जगतघन
From जैनकोष
―(जगतश्रेणी)3 =343 राजू। ( राजवार्तिक/3/38/7/208/28 ) (जंबूदीवपण्णतिसंगहौ/प्रस्तावना/206) ( धवला 4/ पृष्ठ 11/विशेषार्थ)।
―(जगतश्रेणी)3 =343 राजू। ( राजवार्तिक/3/38/7/208/28 ) (जंबूदीवपण्णतिसंगहौ/प्रस्तावना/206) ( धवला 4/ पृष्ठ 11/विशेषार्थ)।