देवछंद
From जैनकोष
(1) लवणांकुश का पक्षधर एक नृप । पद्मपुराण - 102.168
(2) इक्यासी लड़ियों से निर्मित हार । महापुराण 16.58
(3) अकृत्रिम चैत्यालयों का गर्भगृह । यह आठ योजन लंबा दो योजन चौड़ा, चार योजन ऊँचा और एक कोस गहरा है । इसमें स्वर्ण और रत्नों से निर्मित पाँच सौ धनुष ऊंची एक सौ आठ जिन प्रतिमाएँ विद्यमान है । हरिवंशपुराण 5.354,360-365