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From जैनकोष
पुंडरीकिणी नगरी के राजा वज्रदंत चक्रवती के पुत्र सागरदत्त का सेवक । सागरदत्त को मेघों का सौंदर्य देखने के लिए इसी ने आग्रह किया था । महापुराण 76.139-146
पुंडरीकिणी नगरी के राजा वज्रदंत चक्रवती के पुत्र सागरदत्त का सेवक । सागरदत्त को मेघों का सौंदर्य देखने के लिए इसी ने आग्रह किया था । महापुराण 76.139-146