वसुधा
From जैनकोष
बृ.स.स्तो/टी./३/७ वसु द्रव्यं दधातीति वसुधा पृथिवी। = वसु अर्थात् द्रव्यों को धारण करती है। इसलिए पृथिवी वसुधा कहलाती है।
बृ.स.स्तो/टी./३/७ वसु द्रव्यं दधातीति वसुधा पृथिवी। = वसु अर्थात् द्रव्यों को धारण करती है। इसलिए पृथिवी वसुधा कहलाती है।