प्रेम
From जैनकोष
ध./१४/४,२,८,९/२८४/१ प्रियत्वं प्रेम । = प्रियता का नाम प्रेम है ।
- अन्य सम्बन्धित विषय
- प्रेम सम्बन्धी विषय - देखें - वात्सल्य / २
- प्रेमप्रत्यय बन्ध कारण के रूप में - देखें - बंध / ३ ।
- प्रेम व कषायादि प्रत्ययों के रूप में । - देखें - प्रत्यय / १ / २ / ५