बंधुयशा
From जैनकोष
कृष्ण की पटरानी जाम्बवती के तीसरे पूर्वभव का जीव । यह उस भव में जम्बूद्वीप के पूर्व विदेहक्षेत्र में पुष्कलावती देश के विजयपुर नगर के मधुषेण/बन्धुषेण वैश्य और उसकी स्त्री बन्धुमती की पुत्री थी । महापुराण 71.359-369, हरिवंशपुराण 60.48-49