आनतेंद्र
From जैनकोष
आनत स्वर्ग का इन्द्र । यह महावीर को केवलज्ञान होने पर पुष्पक विमान से सपरिवार उनकी पूजा के लिए गया था । वीरवर्द्धमान चरित्र 14.47
आनत स्वर्ग का इन्द्र । यह महावीर को केवलज्ञान होने पर पुष्पक विमान से सपरिवार उनकी पूजा के लिए गया था । वीरवर्द्धमान चरित्र 14.47