कालानुयोग - इंद्रिय मार्गणा
From जैनकोष
2. इन्द्रिय मार्गणा
मार्गणा |
गुणस्थान |
नाना जीवापेक्षया |
एक जीवापेक्षया |
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प्रमाण |
जघन्य |
विशेष |
उत्कृष्ट |
विशेष |
प्रमाण |
जघन्य |
विशेष |
उत्कृष्ट |
विशेष |
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नं.1 |
नं.2 |
नं.1 |
नं.3 |
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सू. |
सू. |
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सू. |
सू. |
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2. इन्द्रिय मार्गणा |
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एकेन्द्रिय सामान्य |
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12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
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40-41 |
क्षुद्रभव |
|
असं. पु0परि0 |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय सा0पर्याप्त |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
46-47 |
अन्तर्मुहूर्त |
|
सं0सहस्र वर्ष |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय सा0ल0अप0 |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
49-50 |
क्षुद्रभव |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय बा0सा0 |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
43-44 |
क्षुद्रभव |
|
असं उत्सर्प0अवसर्प0 |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय बा0पर्याप्त |
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12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
46-47 |
अन्तर्मुहूर्त |
|
सं सहस्र वर्ष |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय बा0ल0अप0 |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
49-50 |
क्षुद्रभव |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय सू0सा0 |
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|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
52-53 |
क्षुद्रभव |
|
असं लोकप्रमाण समय |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय सू0पर्याप्त |
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12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
55-56 |
अन्तर्मुहूर्त |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
एकेन्द्रिय सू0ल0अप0 |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
58-59 |
क्षुद्रभव |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
विकलेन्द्रिय सा |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
61-62 |
क्षुद्रभव |
|
सं0सहस वर्ष |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
विकलेन्द्रिय पर्याप्त |
|
|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
61-62 |
अन्तर्मुहूर्त |
|
सं0सहस वर्ष |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
विकलेन्द्रिय अपर्याप्त |
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12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
64-65 |
क्षुद्रभव |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
पंचेन्द्रिय सा0 |
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|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
67-68 |
क्षुद्रभव |
|
1000सा0+को0पू0 |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
पंचेन्द्रिय पर्याप्त |
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12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
67-68 |
अन्तर्मुहूर्त |
|
शतपृथक्त्व सागर |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
पंचेन्द्रिय ल0अप0 |
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|
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
70-71 |
क्षुद्रभव |
|
अन्तर्मुहूर्त |
स्व मार्गणा में परिभ्रमण(सू0 व बा0) |
उपरोक्त सर्व विकल्प |
1 |
107-138 |
12-13 |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
सर्वदा |
विच्छेदाभाव |
|
107-138 |
— |
–उपरोक्त सर्व विकल्पों के |
ओघवत् |
— |
पंचेन्द्रिय पर्याप्त |
2-44 |
137 |
— |
–मूलोघवत्– |
— |
— |
|
134 |
— |
–मूलोघवत्– |
|
सर्व स्थान सम्भव नहीं |