गोलाचार्य
From जैनकोष
नंदिसंघ देशीयगण की गुर्वावली के अनुसार आप देशीय गण के अग्रणी थे। गोलव देश के अधिपति होने के कारण आपका नाम गोलाचार्य प्रसिद्ध हुआ। आप त्रैकाल्य-योगी के गुरु और आविद्धकरण-पद्मनंदि-कौमारदेव-सैद्धांतिक के दादा गुरु थे। समय–वि.957-977 (ई.900-920)।–देखें इतिहास - 7.5।