GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 19 - अर्थ
From जैनकोष
एवं इसप्रकार जीवस्य जीव को सतः विनाशः सत् का विनाश औरअसतः उत्पादः असत् का उत्पाद न अस्ति नहीं है; ('देव जन्मता है और मनुष्य मरता है' - ऐसा कहा जाता है उसका यह कारण है कि) जीवानाम् जीवों की देवः मनुष्यः देव, मनुष्य इति गतिनाम ऐसा गति नामकर्म तावत् उतने ही काल का होता है ।