दीपसेन
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
पुन्नाट संघ की गुर्वावली के अनुसार आप नंदिसेन के शिष्य तथा धरसेन (श्रुतावतार वाले से भिन्न) के गुरु थे। –देखें इतिहास - 7.8।
पुराणकोष से
आचार्य नंदिषेण के शिष्य तथा श्रीवरसेन के गुरु-एक आचार्य । हरिवंशपुराण 66.27-28