आकर: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
| | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
<p class="HindiText"> <span class="GRef">महापुराण / भाषाकार 16/176</span> जहाँ पर सोने चाँदी आदि की खान हुआ करती है उस स्थान को `आकर' कहते है।</p> | |||
Revision as of 09:49, 31 December 2022
सिद्धांतकोष से
महापुराण / भाषाकार 16/176 जहाँ पर सोने चाँदी आदि की खान हुआ करती है उस स्थान को `आकर' कहते है।
पुराणकोष से
पाषाण, रजत, स्वर्ण, मणि, माणिक्य आदि की खान । ऐसी खान के साहचर्य से निकटवर्ती ग्राम या नगर भी आकर कहलाता है । महापुराण 16.176, हरिवंशपुराण 2.3