कायगुप्ति
From जैनकोष
== सिद्धांतकोष से == देखें गुप्ति ।
पुराणकोष से
किसी के चित्र को देखकर मन में विकार का उत्पन्न न होना, शरीर की प्रवृत्ति को नियमित रखना । महापुराण 20.161, पांडवपुराण 9.90
== सिद्धांतकोष से == देखें गुप्ति ।
किसी के चित्र को देखकर मन में विकार का उत्पन्न न होना, शरीर की प्रवृत्ति को नियमित रखना । महापुराण 20.161, पांडवपुराण 9.90