क्षायिक शुद्धि: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
No edit summary |
||
Line 1: | Line 1: | ||
< | <span class="HindiText"> ज्ञानावरण, दर्शनावरण, मोहनीय खौर अंतराय कर्मों के क्षय से उत्पन्न वृद्धियाँ । ये नौ होती है—1. क्षायिकज्ञान 2. क्षायिकदर्शन 3. क्षायिक सम्यक्त्व 4. क्षायिक-चारित्र 5. क्षायिकदान 6. क्षायिकलाभ 7. क्षायिकभोग 8. क्षायिक उपभोग 9. क्षायिक वीर्य । <span class="GRef"> महापुराण 24.56-66 </span>देखें [[ क्षायिक लब्धि ]] | ||
<noinclude> | <noinclude> |
Revision as of 14:51, 2 August 2022
ज्ञानावरण, दर्शनावरण, मोहनीय खौर अंतराय कर्मों के क्षय से उत्पन्न वृद्धियाँ । ये नौ होती है—1. क्षायिकज्ञान 2. क्षायिकदर्शन 3. क्षायिक सम्यक्त्व 4. क्षायिक-चारित्र 5. क्षायिकदान 6. क्षायिकलाभ 7. क्षायिकभोग 8. क्षायिक उपभोग 9. क्षायिक वीर्य । महापुराण 24.56-66 देखें क्षायिक लब्धि