नभस्तिलक: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 14: | Line 14: | ||
<p id="1"> (1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर । यह विनमि की निवासभूमि था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 9.132-133, 25.4 </span></p> | <p id="1"> (1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर । यह विनमि की निवासभूमि था । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 9.132-133, 25.4 </span></p> | ||
<p id="2">(2) विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी का इकतालीसवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22.98 </span></p> | <p id="2">(2) विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी का इकतालीसवाँ नगर । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 22.98 </span></p> | ||
<p id="3">(3) एक पर्वत । इस पर्वत पर अजितसेन अपना शरीर छोड़कर सोलहवें स्वर्ग में | <p id="3">(3) एक पर्वत । इस पर्वत पर अजितसेन अपना शरीर छोड़कर सोलहवें स्वर्ग में अच्युतेंद्र हुआ था । <span class="GRef"> महापुराण 54.125-126 </span></p> | ||
Revision as of 16:26, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से == विजयार्ध की दक्षिण श्रेणी का नगर‒देखें विद्याधर ।
पुराणकोष से
(1) विजयार्ध की उत्तरश्रेणी का एक नगर । यह विनमि की निवासभूमि था । हरिवंशपुराण 9.132-133, 25.4
(2) विजयार्ध की दक्षिणश्रेणी का इकतालीसवाँ नगर । हरिवंशपुराण 22.98
(3) एक पर्वत । इस पर्वत पर अजितसेन अपना शरीर छोड़कर सोलहवें स्वर्ग में अच्युतेंद्र हुआ था । महापुराण 54.125-126