प्रमार्जित
From जैनकोष
स. सि./७/३३/३७०/९ मृदूपकरणेन यत्क्रियते प्रयोजनं तत्प्रमार्जितम् । = कोमल उपकरण से जो (जीवों को बचाने का) प्रयोजन साधा जाता है वह प्रमार्जित (या प्रमार्जन) कहलाता है । (रा.वा./७/३४/२/५५७/२४) (चा.सा./२२/५) ।
स. सि./७/३३/३७०/९ मृदूपकरणेन यत्क्रियते प्रयोजनं तत्प्रमार्जितम् । = कोमल उपकरण से जो (जीवों को बचाने का) प्रयोजन साधा जाता है वह प्रमार्जित (या प्रमार्जन) कहलाता है । (रा.वा./७/३४/२/५५७/२४) (चा.सा./२२/५) ।