भर्तृप्रपंच: Difference between revisions
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वेदांत ग्रंथों के टीकाकार थे। यह वैश्वानर के उपासक थे। ब्रह्म के पर व अपर दोनों भेदों को सत्य मानते थे। समय–ई. श. 7 (स.म./परि.च./440)। | |||
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Latest revision as of 11:25, 21 September 2022
वेदांत ग्रंथों के टीकाकार थे। यह वैश्वानर के उपासक थे। ब्रह्म के पर व अपर दोनों भेदों को सत्य मानते थे। समय–ई. श. 7 (स.म./परि.च./440)।