रोहित: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
Line 2: | Line 2: | ||
<ol> | <ol> | ||
<li> हैमवत क्षेत्र की प्रधान नदी−देखें [[ लोक#3.11 | लोक - 3.11]]। </li> | <li> हैमवत क्षेत्र की प्रधान नदी−देखें [[ लोक#3.11 | लोक - 3.11]]। </li> | ||
<li> हैमवत क्षेत्र में स्थित एक | <li> हैमवत क्षेत्र में स्थित एक कुंड जिसमें से कि रोहित नदी निकलती है - देखें [[ लोक#3.10 | लोक - 3.10]];</li> | ||
<li> महाहिमवान् पर्वतस्थ एक कूट−देखें [[ लोक#7 | लोक - 7]]।</li> | <li> महाहिमवान् पर्वतस्थ एक कूट−देखें [[ लोक#7 | लोक - 7]]।</li> | ||
<li> रोहित | <li> रोहित कुंड की स्वामिनी देवी−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]।</li> | ||
<li> रोहित कूट की स्वामिनी देवी−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]। </li> | <li> रोहित कूट की स्वामिनी देवी−देखें [[ लोक#5.4 | लोक - 5.4]]। </li> | ||
</ol> | </ol> |
Revision as of 16:33, 19 August 2020
== सिद्धांतकोष से ==
- हैमवत क्षेत्र की प्रधान नदी−देखें लोक - 3.11।
- हैमवत क्षेत्र में स्थित एक कुंड जिसमें से कि रोहित नदी निकलती है - देखें लोक - 3.10;
- महाहिमवान् पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 7।
- रोहित कुंड की स्वामिनी देवी−देखें लोक - 5.4।
- रोहित कूट की स्वामिनी देवी−देखें लोक - 5.4।
पुराणकोष से
(1) उदक पर्वत का अधिष्ठाता एक देव । हरिवंशपुराण 5.463
(2) चौदह महानदियों में तीसरी नदी । यह महापद्म-सरोवर से निकली है । इसका अपर नाम रोह्मा है । महापुराण 63.195, हरिवंशपुराण 5.123, 133
(3) सौधर्म और ऐशान स्वर्गों का दसवाँ पटल । हरिवंशपुराण 6.45