लोहित: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
Anita jain (talk | contribs) mNo edit summary |
||
Line 2: | Line 2: | ||
== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
<ol> | <ol> | ||
<li> लवण | <div class="HindiText"> <p> <li> लवण समुद्र की उत्तर दिशा में दक पर्वत का स्वामी देव−देखें [[ द्वीप_पर्वतों_आदि_के_नाम_रस_आदि#5.9 | लोक - 5.9]]। </li> | ||
<li> सौधर्मस्वर्ग का 24वाँ पटल व इंद्रक−देखें [[ स्वर्ग_देव#5.3 | स्वर्ग - 5.3]]। </li> | <li> सौधर्मस्वर्ग का 24वाँ पटल व इंद्रक−देखें [[ स्वर्ग_देव#5.3 | स्वर्ग - 5.3]]। </li> | ||
</ol> | </ol> | ||
Line 27: | Line 27: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: ल]] | [[Category: ल]] | ||
[[Category: करणानुयोग]] |
Revision as of 21:48, 2 January 2023
सिद्धांतकोष से
- लवण समुद्र की उत्तर दिशा में दक पर्वत का स्वामी देव−देखें लोक - 5.9।
- सौधर्मस्वर्ग का 24वाँ पटल व इंद्रक−देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
पांडुकवन का एक भवन। इसकी चौड़ाई पंद्रह योजन, ऊँचाई पच्चीस योजन और परिधि पैतालीस योजन है। यहाँँ सोम लोकपाल का निवास है। हरिवंशपुराण 5.316, 322