वत्सराज: Difference between revisions
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== सिद्धांतकोष से == | == सिद्धांतकोष से == | ||
परिहारवंशी वत्सराज अवंती का राजा था । इसी का एक पुत्र नागभट्ट नाम का हुआ है । इसे कृष्णराज प्रथम के पुत्र ध्रुवराज ने शक सं. 705 में परास्त करके इसका देश छीन लिया था । इसका शासन अवंती व मालवा प्रांतों में था । समय - शक सं. 700-705 (ई. 778-783) । (<span class="GRef"> हरिवंशपुराण/66/55-53 </span>); (<span class="GRef"> हरिवंशपुराण/ | परिहारवंशी वत्सराज अवंती का राजा था । इसी का एक पुत्र नागभट्ट नाम का हुआ है । इसे कृष्णराज प्रथम के पुत्र ध्रुवराज ने शक सं. 705 में परास्त करके इसका देश छीन लिया था । इसका शासन अवंती व मालवा प्रांतों में था । समय - शक सं. 700-705 (ई. 778-783) । (<span class="GRef"> हरिवंशपुराण/66/55-53 </span>); (<span class="GRef"> हरिवंशपुराण/ प्रस्तावना 5/पं. पन्नालाल</span>); (देखें [[ इतिहास#3.4 | इतिहास - 3.4]]) राष्ट्रकूट वंश । | ||
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== पुराणकोष से == | == पुराणकोष से == | ||
<div class="HindiText"> <p> शक् सम्वत् सात सौ पाँच में हुआ अवंति देश का एक राजा । | <div class="HindiText"> <p> शक् सम्वत् सात सौ पाँच में हुआ अवंति देश का एक राजा । हरिवंशपुराण की रचना इसी राजा के समय में आरंभ हुई थी । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 66.52</span></p> | ||
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Revision as of 17:02, 14 October 2022
सिद्धांतकोष से
परिहारवंशी वत्सराज अवंती का राजा था । इसी का एक पुत्र नागभट्ट नाम का हुआ है । इसे कृष्णराज प्रथम के पुत्र ध्रुवराज ने शक सं. 705 में परास्त करके इसका देश छीन लिया था । इसका शासन अवंती व मालवा प्रांतों में था । समय - शक सं. 700-705 (ई. 778-783) । ( हरिवंशपुराण/66/55-53 ); ( हरिवंशपुराण/ प्रस्तावना 5/पं. पन्नालाल); (देखें इतिहास - 3.4) राष्ट्रकूट वंश ।
पुराणकोष से
शक् सम्वत् सात सौ पाँच में हुआ अवंति देश का एक राजा । हरिवंशपुराण की रचना इसी राजा के समय में आरंभ हुई थी । हरिवंशपुराण 66.52