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| <p id="1"> (1) हस्तिनापुर के राजा अजितसेन तथा रानी प्रियदर्शना का पुत्र । गान्धार-नगर के राजा अजितंजय और रानी अजिता की पुत्री ऐरा इसकी रानी थी । तीर्थङ्कर शान्तिनाथ इसके पुत्र थे । इसकी दूसरी रानी का नाम यशस्वती था । चक्रायुध इसी रानी यशस्वी था । महापुराण 63. 382-385, 406, 414, पद्मपुराण 20.52, हरिवंशपुराण 45.17-18, पांडवपुराण 5.102-103, 110, 114-115, 20.5</p> | | #REDIRECT [[विश्वसेन]] |
| <p id="2">(2) वाराणसी नगरी का राजा । जाली इसकी रानी ओर तीर्थङ्कर पार्श्वनाथ पुत्र थे । महापुराण 73.74-92</p>
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| <p id="3">(3) घातकीखण्ड द्वीप के विदेहक्षेत्र में मंगलावती देश के रत्नसंचय नगर का राजा । इसकी रानी अनुन्दरी थी । यह युद्ध में अयोध्या के राजा पद्मसेन द्वारा मार डाला गया था । इसका अपर नाम विश्वदेव था । हरिवंशपुराण 60.58-59 देखें [[ विश्वदेव ]]</p>
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| <p id="4">(4) कुन्ती पुत्र कर्ण का पुत्र । यह महाभारत युद्ध में पाण्डवों द्वारा मारा गया था । पांडवपुराण 20.254</p>
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| <p id="5">(5) एक कौरववंशी राजा । हरिवंशपुराण 45.17-18</p>
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| [[Category: पुराण-कोष]]
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| [[Category: व]]
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