• जैनकोष
    जैनकोष
  • Menu
  • Main page
    • Home
    • Dictionary
    • Literature
    • Kaavya Kosh
    • Study Material
    • Audio
    • Video
    • Online Classes
    • Games
  • Share
    • Home
    • Dictionary
    • Literature
    • Kaavya Kosh
    • Study Material
    • Audio
    • Video
    • Online Classes
    • Games
  • Login

जैन शब्दों का अर्थ जानने के लिए किसी भी शब्द को नीचे दिए गए स्थान पर हिंदी में लिखें एवं सर्च करें

सूत्रपाहुड़ गाथा 20

From जैनकोष

Revision as of 19:48, 3 November 2013 by Vikasnd (talk | contribs) (सुत्रपाहुड़ गाथा 20 का नाम बदलकर सूत्रपाहुड़ गाथा 20 कर दिया गया है)
(diff) ← Older revision | Latest revision (diff) | Newer revision → (diff)
 Share 
पंचमहव्वयजुत्ते तिहिं गुत्तिहिं जो स संजदो होई ।
णिग्गंथमोक्खमग्गो सो होदि हु वंदणिज्जे य ॥२०॥
पञ्‍चमहाव्रतयुक्त: तिसृभि: गुप्तिभि: य: स संयतो भवति ।
निर्ग्रन्‍थमोक्षमार्ग: स भवति हि वन्दनीय: च ॥२०॥


आगे कहते हैं कि जिनवचन में ऐसा मुनि वन्दने योग्य कहा है -
अर्थ - जो मुनि पंच महाव्रत युक्त हो और तीन गुप्ति संयुक्त हो वह संयत है, संयमवान है और निर्ग्रन्थ मोक्षमार्ग है तथा वह ही प्रगट निश्चय से वंदने योग्य है ।
भावार्थ - - अहिंसा, सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह इन पाँच महाव्रत सहित हो और मन, वचन, कायरूप तीन गुप्ति सहित हो वह संयमी है, वह निर्ग्रंथ स्वरूप है, वह ही वंदने योग्य है । जो कुछ अल्प बहुत परिग्रह रखे सो महाव्रती संयमी नहीं है, यह मोक्षमार्ग नहीं है और गृहस्थ के समान भी नहीं है ॥२०॥


Previous Page Next Page

Retrieved from "http://www.jainkosh.org/w/index.php?title=सूत्रपाहुड़_गाथा_20&oldid=7870"
Categories:
  • सुत्रपाहुड़
  • आचार्य कुंद्कुंद
JainKosh

जैनकोष याने जैन आगम का डिजिटल ख़जाना ।

यहाँ जैन धर्म के आगम, नोट्स, शब्दकोष, ऑडियो, विडियो, पाठ, स्तोत्र, भक्तियाँ आदि सब कुछ डिजिटली उपलब्ध हैं |

Quick Links

  • Home
  • Dictionary
  • Literature
  • Kaavya Kosh
  • Study Material
  • Audio
  • Video
  • Online Classes
  • Games

Other Links

  • This page was last edited on 3 November 2013, at 19:48.
  • Privacy policy
  • About जैनकोष
  • Disclaimers
© Copyright Jainkosh. All Rights Reserved
Powered by MediaWiki