खुशाल चंद
From जैनकोष
Revision as of 11:26, 16 October 2022 by Jyoti Sethi (talk | contribs)
Revision as of 11:26, 16 October 2022 by Jyoti Sethi (talk | contribs)
सांगानेर निवासी खंडेलवाल जैन थे। सांगानेरवासी पं. लखमीदास के शिष्य थे। दिल्ली जयसिंहपुरा में वि.सं. 1780 ई. 1723 में ब्र. जिनदास के हरिवंश के अनुसार हरिवंशपुराण का पद्यानुवाद किया है। इसके अतिरिक्त, पद्मपुराण उत्तरपुराण, धन्यकुमार चरित्र, जंबूचरित्र, यशोधर चरित्र। और व्रतकथा कोष। समय-वि.श.18 उत्तरार्ध। (ती./4/303)।