सुनपथ
From जैनकोष
प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा (पा.पु./१६/६) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है।
प्रवास से लौटने पर अर्जुन इसमें रहने लगा (पा.पु./१६/६) क्योंकि यह कुरुक्षेत्र के निकट है अत: वर्तमान सोनीपत ही सुनपथ है।