Search results
- ...s="GRef"> महापुराण 61. 105, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_20#153|पद्मपुराण - 20.153]] </span></p> ...3 KB (62 words) - 15:30, 27 November 2023
- ...span class="GRef"> महापुराण 6.58-60, 103, 110, 203, 7. 102-105, 249, 8. 79-85 </span></p> ...5 KB (71 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...ी देश के उत्पलखेट नगर का राजा था। (6/28)। अंत में दीक्षित हो गये थे। (8/51-57)। </li> ...6 KB (107 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...से उत्तर विजयार्ध के राजा मयूरग्रीव के यहाँ अश्वग्रीव नाम का पुत्र हुआ ॥87-88॥ </p> ...5 KB (87 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...ा घोर तपकर अच्युत स्वर्ग में जन्म लिया। आगामी पर्याय से मोक्ष होगा। (47/286-289)।</p> ...था । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_15#81|पद्मपुराण - 15.81-84]] </span></p> ...6 KB (81 words) - 11:07, 24 February 2024
- | Tirthankar-Number = 2 | Tirthankar-Name = अजितनाथ ...11 KB (143 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...िक शरीर से उत्पन्न होता है । <span class="GRef"> वीरवर्द्धमान चरित्र 15, 12-13, 19 </span></p> ...-125, 30-29-38, 167-169, 54.37, 60.98-103, 64.32, 88-41, 111.1-14, 123. 86-105 </span></p> ...6 KB (58 words) - 22:27, 17 November 2023
- ...र, भीम व अर्जुन मुक्त हुए और नकुल व सहदेव सर्वार्थसिद्धि में देव हुए (25/52-139)। ...11 KB (91 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...कर तीर्थंकर प्रकृति का बंध किया और ऊर्ध्व ग्रैवेयक में अहमिंद्र हो गये (12-14) यह पद्मप्रभ भगवान का पूर्व ...लभद्र पद पाया (510)। अंत में दीक्षा ले समाधि-मरण कर अच्युतेंद्र पद पाया (26-27) यह शांतिनाथ भगवान का पूर्व ...19 KB (319 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...ापूर्वक (16/14) युधिष्ठिर को जुएँ में हराकर 12 वर्ष का देश निकाला दिया (16/105)। सहायवन में पांडवों के आने प ...2, 8. 178-205, 12. 144, 167-169, 16. 2, 17.209-219, 18.153-155, 20.266, 214-296, 348 </span> ...8 KB (57 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...े (देखें [[ ऋषभनाथ ]]) संबोधन के लिए भोगभूमि में जाकर अपना परिचय दिया (9/105) तथा सम्यग्दर्शन ग्रहण करा ...्त देवों ने रक्षा की (249-384) । अंत में दीक्षा ले मोक्ष प्राप्त किया (387-388) । </li> ...13 KB (166 words) - 15:15, 27 November 2023
- | Tirthankar-Number = 4 | Tirthankar-Name = अभिनन्दन ...12 KB (199 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...तपकर अंत में दुर्योधन के भांजेकृत उपसर्ग को जीत मोक्ष प्राप्त किया। (25/52-133)। और भी–देखें [[ पांडव ]]।</li> ...indiText">(1) कृष्ण का पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#69|हरिवंशपुराण - 48.69]] </span></p> ...16 KB (245 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...ापूर्वक शरीर छोड़ (5/248-250)। ईशान स्वर्ग में ललितांग नामक देव हुए।(5/253-254)। यह ऋषभदेव का पूर्व भव नं. 9 ...लवाहन मुनि से दीक्षा ले 11 अंग का पाठी हो तीर्थंकर प्रकृति का बंध किया।(10-12)। समाधिमरणपूर्वक विजय नामक ...18 KB (354 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...वर्ष पर्यंत तपकर समाधिमरण किया। तथा सोलहवें स्वर्ग में देवेंद्र हुई (109/17-18)।</li> ...राण - 5.123]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#134|हरिवंशपुराण - 5.134]], 156-158, 160, 191, 205, 208, 273 </span></p> ...21 KB (237 words) - 15:30, 27 November 2023
- ...िषम युद्ध हुआ<strong>, </strong>और उत्तम मनुष्यों के साथ खरदूषण मारा गया ॥9-10॥<span id="11" /> तदनंतर यह वार्ता सुन ...43 KB (419 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...41 KB (313 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...55 KB (1,835 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...ठीक ही है क्योंकि आश्रय को सामर्थ्य से मनुष्यों के क्या नहीं होता है ? ॥19-20॥<span id="21" /></p> ...52 KB (546 words) - 13:39, 10 August 2023
- <li class="HindiText"> [[#3.7 | सभी सम्यक्त्व में तथा 4-8 गुणस्थानों में बँधने का निय <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_43#78|हरिवंशपुराण - 43.78]] </span><span class="Sans ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024