Search results
- ...-त्रिशिरस् देवी की निवासभूमि । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5#720|हरिवंशपुराण - 5.720]] </span></p> ...Ref"> महापुराण 76. 473 </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#558|हरिवंशपुराण - 60.558]] </span></p> ...7 KB (204 words) - 15:52, 29 February 2024
- <span class="GRef"> हरिवंश पुराण सर्ग 43/100,136-146</span> <p class="HindiText"> मगधदेश शालिग्रा ...र्ग_43#100|हरिवंशपुराण - 43.100]] , [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_43#136|136-146]] </span></p> ...7 KB (146 words) - 14:39, 27 November 2023
- | Tirthankar-Number = 2 | Tirthankar-Name = अजितनाथ ...11 KB (143 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...गया। वहाँ उनके हरि नाम का पुत्र उत्पन्न हुआ जिसने हरिवंश की स्थापना की।38-58।</li> ...ण - 15.25-27]],[[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_15#33|हरिवंशपुराण - 15.33]], 48-58 </span></p> ...8 KB (132 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...तपकर अंत में दुर्योधन के भांजेकृत उपसर्ग को जीत मोक्ष प्राप्त किया। (25/52-133)। और भी–देखें [[ पांडव ]]।</li> ...indiText">(1) कृष्ण का पुत्र । <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_48#69|हरिवंशपुराण - 48.69]] </span></p> ...16 KB (245 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...ापूर्वक शरीर छोड़ (5/248-250)। ईशान स्वर्ग में ललितांग नामक देव हुए।(5/253-254)। यह ऋषभदेव का पूर्व भव नं. 9 ...लवाहन मुनि से दीक्षा ले 11 अंग का पाठी हो तीर्थंकर प्रकृति का बंध किया।(10-12)। समाधिमरणपूर्वक विजय नामक ...18 KB (354 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...ित है क्योंकि इनका यह ऐसा शरीर क्या अन्य शरीर से भिन्न है― विलक्षण है ? ॥43-44॥<span id="45" /> गौतम स्वामी कहते हैं [[ ग्रन्थ:पद्मपुराण - सर्ग 118 | अगला पृष्ठ ]] ...18 KB (126 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...पश्चात् मूल परंपरा में तीसरे 11 अंगधारी थे। समय - वी.नि. 383-420 (ई.पू. 144-105) - देखें [[ इतिहास#4.1 | इतिहास - 4.1] ...र, भीम व अर्जुन मुक्त हुए और नकुल व सहदेव सर्वार्थसिद्धि में देव हुए (25/52-139)। ...11 KB (91 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...कल्याणकों को प्राप्त होकर महाऋिद्धियुक्त सुरेन्द्र इन्द्रों से पूजित हैं।93-94।</span></li> <div class="image-container-column"> ...20 KB (336 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...में बैठा देख उन्होंने उसी के लिए परम ऋद्धि से युक्त राज्यपद प्रदान किया ॥1-2॥<span id="3" /> जो पिता के समान गुण और ...22 KB (179 words) - 13:39, 10 August 2023
- <h1 style="text-align: center;"><span style="text-decoration: underline;">अनुक्रमणिका</span></h1> <h3 style="padding-left: 30px;">[[ #1.1 | 1.1 इतिहास का लक्षण।]]</h ...645 KB (29,383 words) - 14:40, 27 November 2023