श्रुतदेवता
From जैनकोष
तीनों लोकों से वंद्य श्रुतदेवी-जिनवाणी । विद्या पढ़ने-पढ़ाने का शुभारंभ करने के पूर्व इस देवता का स्मरण किया जाता है । महापुराण 16.103, पद्मपुराण - 3.95
तीनों लोकों से वंद्य श्रुतदेवी-जिनवाणी । विद्या पढ़ने-पढ़ाने का शुभारंभ करने के पूर्व इस देवता का स्मरण किया जाता है । महापुराण 16.103, पद्मपुराण - 3.95