मरुत्सुर
From जैनकोष
पवनकुमार देव । ये देव ही समवसरण के एक योजन भूभाग को तृण, कंटक और कीड़ों से रहित एवं मनोहर करते हैं । वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 69
पवनकुमार देव । ये देव ही समवसरण के एक योजन भूभाग को तृण, कंटक और कीड़ों से रहित एवं मनोहर करते हैं । वीरवर्द्धमान चरित्र 19. 69