नाभिराज: Difference between revisions
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Latest revision as of 22:21, 17 November 2023
―( महापुराण/3/ श्लोक नं.) आप वर्तमान कल्पके 14 वें कुलकर थे।152। इनके समय बालक की नाभि में नाल दिखाई देने लगी थी। इन्होंने उसे काटने का उपाय सुझाया जिससे नाभिराय नाम प्रसिद्ध हो गया।164।–देखें शलाका पुरुष - 9।