अब समझ कही: Difference between revisions
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अब समझ कही
कौन कौन आपद विषयनितैं, नरक निगोद सही।।अब. ।।१ ।।
एक एक इन्द्री दुखदानी, पांचौं दुखत नहीं।।हम.।।२ ।।
`द्यानत' संजम कारजकारी, धरौ तरौ सब ही ।।हम.।।३ ।।