एकदशांंगधारी: Difference between revisions
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<p> ग्यारह अंगधारी पाँच आचार्य― नक्षत्र, यश:पाल, पांडु, ध्रुवसेन और कंस । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.64 </span></p> | <div class="HindiText"> <p> ग्यारह अंगधारी पाँच आचार्य― नक्षत्र, यश:पाल, पांडु, ध्रुवसेन और कंस । <span class="GRef"> हरिवंशपुराण 1.64 </span></p> | ||
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Revision as of 16:52, 14 November 2020
ग्यारह अंगधारी पाँच आचार्य― नक्षत्र, यश:पाल, पांडु, ध्रुवसेन और कंस । हरिवंशपुराण 1.64