रुचिर
From जैनकोष
सिद्धांतकोष से
- रुचक पर्वतस्थ एक कूट−देखें लोक - 5.13;
- सौधर्म स्वर्ग का 16वाँ पटल व इंद्रक−देखें स्वर्ग - 5.3।
पुराणकोष से
सौधर्म और ऐशान स्वर्गों का सोलहवाँ पटल एवं इंद्रक । हरिवंशपुराण 6.46 देखें सौधर्म
सौधर्म और ऐशान स्वर्गों का सोलहवाँ पटल एवं इंद्रक । हरिवंशपुराण 6.46 देखें सौधर्म