तारक: Difference between revisions
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<li class="HindiText"> म.पु./५८/६३ भरतक्षेत्र के मलय देश का राजा विन्ध्यशक्ति था। चिरकाल तक अनेकों योनियों में भ्रमणकर वर्तमान भव में द्वितीय प्रतिनारायण हुआ। विशेष परिचय– देखें - [[ शलाकापुरुष#5 | शलाकापुरुष / ५ ]]; </li> | |||
<li class="HindiText"> पा.पु./१७/६५–अर्जुन (पाण्डव) का शिष्य एवं मित्र था। वनवास के समय सहायवन में दुर्योधन द्वारा चढ़ाई करने पर अपना शौर्य प्रगट किया। </li> | |||
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Revision as of 15:17, 25 December 2013
- पिशाच जातीय व्यन्तर देवों का एक भेद–देखें - पिशाच ;
- म.पु./५८/६३ भरतक्षेत्र के मलय देश का राजा विन्ध्यशक्ति था। चिरकाल तक अनेकों योनियों में भ्रमणकर वर्तमान भव में द्वितीय प्रतिनारायण हुआ। विशेष परिचय– देखें - शलाकापुरुष / ५ ;
- पा.पु./१७/६५–अर्जुन (पाण्डव) का शिष्य एवं मित्र था। वनवास के समय सहायवन में दुर्योधन द्वारा चढ़ाई करने पर अपना शौर्य प्रगट किया।