Test5: Difference between revisions
From जैनकोष
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
J2jinendra (talk | contribs) No edit summary |
||
Line 4: | Line 4: | ||
! गुणस्थान !! गुणस्थान की विशेषता !! प्रमाण !! असम्भव !! सम्भव | ! गुणस्थान !! गुणस्थान की विशेषता !! प्रमाण !! असम्भव !! सम्भव | ||
|- | |- | ||
| 1-7|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| | | 1-7|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| --|| 22 | ||
|- | |- | ||
| 8|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| अदर्शन || 21 | | 8|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| अदर्शन || 21 |
Revision as of 12:13, 5 October 2022
गुणस्थान | गुणस्थान की विशेषता | प्रमाण | असम्भव | सम्भव |
---|---|---|---|---|
1-7 | सामान्य | चारित्रसार | -- | 22 |
8 | सामान्य | चारित्रसार | अदर्शन | 21 |
6-9 | सामान्य | सर्वार्थसिद्धि | अदर्शन | 22 |
9 | सवेद | चारित्रसार | अदर्शन, अरति | 20 |
9 | अवेद | चारित्रसार | अदर्शन, अरति, स्त्री | 19 |
10-12 | सामान्य | सर्वार्थसिद्धि | नाग्नय, अरति, स्त्री, निषद्या, आक्रोश, याचना, सत्कार- पुरस्कार, अदर्शन = 8 | 14 |
9-12 | मान कषाय रहित 9 | चारित्रसार | नाग्नय, अरति, स्त्री, निषद्या, आक्रोश, याचना, सत्कार- पुरस्कार, अदर्शन = 8 | 14 |
12 | सामान्य | चारित्रसार | क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल | 11 |
13-14 | सामान्य | सर्वार्थसिद्धि | क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल | 11 |
13-14 | सामान्य | चारित्रसार | क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल | 11 उपचार से |