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| {| class="wikitable"
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| |+ 4. गुणस्थानों की अपेक्षा परिषहों की सम्भावना
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| ! गुणस्थान !! गुणस्थान की विशेषता !! प्रमाण !! असम्भव !! सम्भव
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| | 1-7|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| --|| 22
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| | 8|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| अदर्शन || 21
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| | 6-9|| सामान्य|| <span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि</span>|| अदर्शन || 22
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| | 9|| सवेद|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| अदर्शन, अरति || 20
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| | 9|| अवेद|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| अदर्शन, अरति, स्त्री|| 19
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| | 10-12|| सामान्य|| <span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि</span>|| नाग्नय, अरति, स्त्री, निषद्या, आक्रोश, याचना, सत्कार- पुरस्कार, अदर्शन = 8 || 14
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| | 9-12|| मान कषाय रहित 9|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| नाग्नय, अरति, स्त्री, निषद्या, आक्रोश, याचना, सत्कार- पुरस्कार, अदर्शन = 8|| 14
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| | 12|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल|| 11
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| | 13-14|| सामान्य|| <span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि</span>|| क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल|| 11
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| | 13-14|| सामान्य|| <span class="GRef"> चारित्रसार</span>|| क्षुधा, पिपासा, शीत, उष्ण, दंशमशक, चर्या, वध, रोग, तृणस्पर्श, मल|| 11 उपचार से
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