कुलानुपालन
From जैनकोष
क्षत्रियों के कुलानुपालन, बुद्धिपालन, निजरक्षा, प्रजारक्षा, और समंजसपना इन पाँच धर्मों में प्रथम धर्म । इसमें कुल के आम्नाय और कुलोचित आचरण की रक्षा की जाती है । महापुराण 42.4-5
क्षत्रियों के कुलानुपालन, बुद्धिपालन, निजरक्षा, प्रजारक्षा, और समंजसपना इन पाँच धर्मों में प्रथम धर्म । इसमें कुल के आम्नाय और कुलोचित आचरण की रक्षा की जाती है । महापुराण 42.4-5