चंद्रोदर: Difference between revisions
From जैनकोष
(Imported from text file) |
(Imported from text file) |
||
(3 intermediate revisions by 2 users not shown) | |||
Line 1: | Line 1: | ||
<p> सूर्यरज का उत्तराधिकारी अलंकारोदय का एक विद्याधर राजा । खरदूषण ने इसे निकालकर वहाँ का राज्य प्राप्त किया था । इसके मर जाने -इसकी गर्भवती पत्नी अनुराधा ने मणिकांत नामक पर्वत की एक शिला पर एक शिशु को जन्म दिया और उसका नाम विराधित रखा । <span class="GRef"> महापुराण 1. 67, 9.37-44 </span></p> | <div class="HindiText"> <p class="HindiText"> सूर्यरज का उत्तराधिकारी अलंकारोदय का एक विद्याधर राजा । खरदूषण ने इसे निकालकर वहाँ का राज्य प्राप्त किया था । इसके मर जाने -इसकी गर्भवती पत्नी अनुराधा ने मणिकांत नामक पर्वत की एक शिला पर एक शिशु को जन्म दिया और उसका नाम विराधित रखा । <span class="GRef"> महापुराण 1. 67, 9.37-44 </span></p> | ||
</div> | |||
<noinclude> | <noinclude> | ||
Line 10: | Line 10: | ||
[[Category: पुराण-कोष]] | [[Category: पुराण-कोष]] | ||
[[Category: च]] | [[Category: च]] | ||
[[Category: प्रथमानुयोग]] |
Latest revision as of 15:10, 27 November 2023
सूर्यरज का उत्तराधिकारी अलंकारोदय का एक विद्याधर राजा । खरदूषण ने इसे निकालकर वहाँ का राज्य प्राप्त किया था । इसके मर जाने -इसकी गर्भवती पत्नी अनुराधा ने मणिकांत नामक पर्वत की एक शिला पर एक शिशु को जन्म दिया और उसका नाम विराधित रखा । महापुराण 1. 67, 9.37-44