Search results
- ...><p class="HindiText"><strong>1. <span class="GRef"> तिलोयपण्णत्ति/4/579-582 </span></strong> <br /> <strong>2. <span class="GRef"> त्रिलोकसार/805-806 </span></strong> <br /> ...28 KB (3,087 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...ass="HindiText"><strong> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.18|पद्मपुराण - 20.18-24]]</strong> </p></td> ...0" rowspan="2" valign="top"><p class="HindiText"><strong>हरिवंशपुराण/60/150-155 </strong> </p></td> ...31 KB (3,308 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...3. <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.244|पद्मपुराण - 20.244-245]] </span></p> 4. <span class="GRef"> हरिवंशपुराण/60/291-292 </span></p> ...20 KB (1,734 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...यपण्णत्ति/4/512-514 <br /> 2. पद्मपुराण/20/8-10 <br />3. हरिवंशपुराण/60/138-141 </strong> </p></td> ...त्ति/4/522-525 <br /> 2. [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.31|पद्मपुराण - 20.31-35]] <br /> ...32 KB (3,832 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...्रुत को आगम निबद्ध कर दिया। <span class="GRef">(महापुराण सर्ग संख्या 74/369-372)</span>। कार्तिक कृष्ण 15 को आपको <p><span class="GRef">( महापुराण सर्ग संख्या 66/515-516)</span>।</p> ...4 KB (77 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...र निर्वाण के समय राज्य करते थे। तदनुसार आपका समय वी. नि. पू. 33-0 (ई.पू.560-670) आता है - <br> ...2 KB (41 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...olspan="3" valign="top"><p class="HindiText"><strong>1. तिलोयपण्णत्ति/4/526-549 </strong> <br /> <strong>2. हरिवंशपुराण 169-180 </strong></p></td> ...27 KB (3,321 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...HindiText"><strong>1. तिलोयपण्णत्ति/4/1185-1208 <br />2. हरिवंशपुराण/60/266-275 <br />3. महापुराण/ पूर्ववत्</strong></p ...HindiText"><strong>1. तिलोयपण्णत्ति/4/1185-1208 <br />2. हरिवंशपुराण/60/207-208 <br />3. महापुराण/ पूर्ववत्</strong> </p ...29 KB (3,566 words) - 22:21, 17 November 2023
- <td width="198" valign="top"><p class="HindiText"><strong>60. केवलोत्पत्ति अंतराल</strong> </p></td> ...><p class="HindiText"><strong>1. <span class="GRef"> तिलोयपण्णत्ति/4/553-577 </span></strong> <br /> ...18 KB (1,829 words) - 22:21, 17 November 2023
- <strong>4. <span class="GRef"> हरिवंशपुराण/60/290 </span></strong></p> ...1. <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.229|पद्मपुराण - 20.229-235]] </span></strong></p> ...32 KB (2,657 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_60#116|हरिवंशपुराण - 60.116]] </span></p> ...6 KB (150 words) - 15:25, 28 November 2023
- ...td width="52" valign="top"><p class="HindiText"><strong>तिलोयपण्णत्ति/4/644-667 </strong> </p></td> ...ass="HindiText"><strong>[[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.36|पद्मपुराण - 20.36-60]] </strong> </p></td> ...32 KB (3,582 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...त अनुरक्त था। (6/48)। श्रीमती का चित्र देखकर पूर्व भव स्मरण हो आया। (7/137-140)। और उसका पाणिग्रहण किया। (7/2 ...ख उसे अपने घर ले गया। (99/1-4)। उसी के घर पर लव और कुश उत्पन्न हुए। (100/17-18)। </span></p></li> ...7 KB (106 words) - 15:21, 27 November 2023
- <strong>4. <span class="GRef"> हरिवंशपुराण/60/288-289 </span></strong></p> ...1. <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.206|पद्मपुराण - 20.206-217]] </span></strong></p> ...43 KB (3,355 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...span class="GRef"> महापुराण 6.58-60, 103, 110, 203, 7. 102-105, 249, 8. 79-85 </span></p> ...5 KB (71 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_4#43|हरिवंशपुराण - 4.43-46]] </span>देखें [[ पंकप्रभा ]]</p> ...न विद्याधर की भार्या, अमिततेज की जननी । <span class="GRef"> महापुराण 68.275-276 </span></p> ...9 KB (102 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...ुई । इस समय उसी गरुड़ेंद्र के ध्यान से इन महाविद्याओं की प्राप्ति हुई ।। 17-18॥<span id="19" /> तदनंतर सावधान हो मुन [[ ग्रन्थ:पद्मपुराण - सर्ग 60 | पूर्व पृष्ठ ]] ...11 KB (143 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...अहमिंद्र और तत्पश्चात् बाहुबली हुए थे । <span class="GRef"> महापुराण 47.365-366 </span></p> ...7 KB (89 words) - 15:15, 27 November 2023
- | Tirthankar-Number = 2 | Tirthankar-Name = अजितनाथ ...11 KB (143 words) - 14:39, 27 November 2023
- <span class="GRef">त्रिलोकसार गाथा 223-224</span><p class=" PrakritText ">..दिगिंदा..।..॥223॥.. ...16 KB (316 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_27#111|हरिवंशपुराण - 27.111-116]] </span></p> ...an class="GRef"> <span class="GRef"> महापुराण </span> </span> </span>7. 13-15</p> ...10 KB (165 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...प्रमादरहित सावधान रहे तो भी पुण्यहीन मनुष्य की रक्षा नहीं होती</strong> ॥25-26 ।।<span id="27" /> इसके विपरीत पुण्या [[ ग्रन्थ:पद्मपुराण - सर्ग 60 | अगला पृष्ठ ]] ...14 KB (182 words) - 13:39, 10 August 2023
- | Tirthankar-Number = 14 | Tirthankar-Name = अनन्तनाथ ...10 KB (144 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...के पश्चात् स्वर्ग में देव होकर (65/33) नरक में जाकर कृष्ण को संबोधा (65/42-54) - विशेष देखें [[ शलाका पुरुष#3 ...<span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_66#24|हरिवंशपुराण - 66.24-26]] </span></p> ...7 KB (114 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...ेकर दीक्षा धारण की। तथा तत्क्षण मनःपर्यय व केवलज्ञान प्राप्त किया। (46/393-395) (विशेष देखें [[ लिंग#3.5 | लिंग - 3 ...19 KB (152 words) - 15:15, 27 November 2023
- <strong>1.<span class="GRef"> ति.प/4/515-516</span></strong></p> ...>3.<span class="GRef"> [[ग्रन्थ:पद्मपुराण_-_पर्व_#20.124|पद्मपुराण - 20.124-193]] </span></strong></p> ...132 KB (11,542 words) - 22:21, 17 November 2023
- ...9/115-20)। घोर तप किया (60/7)। अंत में गिरनार पर्वत से मोक्ष सिधारे (65/16-17)। </li> ...12 KB (189 words) - 15:10, 27 November 2023
- ...19 KB (132 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...ापूर्वक शरीर छोड़ (5/248-250)। ईशान स्वर्ग में ललितांग नामक देव हुए।(5/253-254)। यह ऋषभदेव का पूर्व भव नं. 9 ...लवाहन मुनि से दीक्षा ले 11 अंग का पाठी हो तीर्थंकर प्रकृति का बंध किया।(10-12)। समाधिमरणपूर्वक विजय नामक ...18 KB (354 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...पश्चात् मूल परंपरा में तीसरे 11 अंगधारी थे। समय - वी.नि. 383-420 (ई.पू. 144-105) - देखें [[ इतिहास#4.1 | इतिहास - 4.1] ...र, भीम व अर्जुन मुक्त हुए और नकुल व सहदेव सर्वार्थसिद्धि में देव हुए (25/52-139)। ...11 KB (91 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...मान उद्यान में कीर्ति और शीलरूपी परिवार से सहित आपकी प्रिया विद्यमान है ॥26-28॥<span id="29" /><span id="30" /><span id="31" /><span id="32" /></p> ...24 KB (193 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...6-107, 67.89, 70. 319, </span><span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_32#10|हरिवंशपुराण - 32.10]], </span><span class="GRe ...16 KB (93 words) - 20:41, 29 November 2023
- <li class="HindiText"> [[#3.7 | सभी सम्यक्त्व में तथा 4-8 गुणस्थानों में बँधने का निय <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_43#78|हरिवंशपुराण - 43.78]] </span><span class="Sans ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024
- ...साथ ही बड़ी प्रसन्न दृष्टि से बहुत भारी खजाना और उत्तम सेना भी प्रदान की ॥9-10॥<span id="11" /> तदनंतर उस अद्वितीय क ...भ्युदय से युक्त था ऐसे भरत ने शत्रुघ्न के साथ अयोध्या में प्रवेश किया ।। 29-31 ।।<span id="32" /> वहाँ विजयसुंदरी के ...50 KB (385 words) - 13:39, 10 August 2023
- ...70 KB (501 words) - 13:39, 10 August 2023
- <h1 style="text-align: center;"><span style="text-decoration: underline;">अनुक्रमणिका</span></h1> <h3 style="padding-left: 30px;">[[ #1.1 | 1.1 इतिहास का लक्षण।]]</h ...645 KB (29,383 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...रित्रसार पृष्ठ 178/1)</span> <span class="GRef">(अनगार धर्मामृत अधिकार 6/58-59/609)</span>।</p> ...161 KB (2,719 words) - 17:15, 18 February 2024
- ...ित्रसार पृष्ठ 178/1</span>) ( <span class="GRef">अनगार धर्मामृत अधिकार 6/58-59/609</span>)।</p> ...164 KB (2,892 words) - 04:11, 17 February 2023