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- <li class="HindiText">[[ #5 | सामायिक व छेदोपस्थापना का स ...37 KB (528 words) - 23:27, 16 February 2024
- ...76 KB (1,181 words) - 15:12, 27 November 2023
- ...इंद्रिय के बाद 5 विषय उत्पन्न हुए स्पर्श, रस, गंध, वर्ण, शब्द और इससे फिर 5 ये भूत पैदा हुए जो दृश्यमान ह ...23 KB (77 words) - 12:32, 20 September 2021
- ...ुनिये, बार-बार सुनने पर वही विषय सरल हो जाता है। सम्यक्त्व की उत्पत्ति में 5 कारण पड़ते हैं।</p> ...43 KB (113 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...ेष वर्णन है, जिनका पालन करके यह आत्मा शुद्ध, सर्वज्ञ वीतराग बन जाता है। वे 5 आचार हैं—दर्शनाचार, ज्ञानाच ...में सामर्थ्य मिली है, इसका उपयोग अपने आत्मा की उन्नति में ही करते हैं। ऐसे 5 आचारों का इस ग्रंथ में वर्णन ...56 KB (29 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...देखकर कहते हैं कि देखिये ये हैं मेरे पिताजी । तो क्या पिताजी आपके ऐसे थे ? 5 आने के कागज वाले और काली स्या ...17 KB (65 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...22 KB (85 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...अपनी ही तो चीज है और अपना बस नहीं चलता । जैसे कभी सरकार कन्ट्रोल लगा दे कि 5 तोले से ज्यादा सोना काई नहीं ...17 KB (47 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...15 KB (48 words) - 20:58, 28 August 2023
- <p> <strong>प्रतिपाद्य विषय</strong>―इस ग्रंथ में मुख्यतया 5 अस्तिकायों का वर्णन है, पर इस [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 5 | पूर्व पृष्ठ ]] ...33 KB (103 words) - 16:35, 2 July 2021
- ...ार्थ है उसका आकार अवश्य होता। चाहे एक प्रदेशरूप हो, चाहे बहु प्रदेशरूप हो। 5वीं बात―जो भी चीज है वह उसके अ ...29 KB (66 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...26 KB (61 words) - 16:32, 2 July 2021
- ...26 KB (87 words) - 11:56, 17 May 2021
- ..."HindiText">• एकांत शब्द का मिथ्या प्रयोग - देखें [[ एकांत#4.5 | एकांत - 4.5]]</p> ...HindiText">• सर्वथा शब्द का मिथ्या प्रयोग - देखें [[ एकांत#4.5 | एकांत - 4.5]]</p> ...110 KB (1,955 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...32 KB (441 words) - 12:26, 1 March 2024
- ...सफेद । रस 5 प्रकार परिणमता है―(1) खट्टा, (2) मीठा (3) कड़वा, (4) चरफरा और (5) कषैला । गंध दो प्रकार परिणमत ...33 KB (69 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...पौद्गलिकता</strong>―यह मन जिसका दूसरा नाम है अंतःकरण, वह भी पुद्गल है । ये 5 इंद्रियां बाह्यकरण कहलाती ह ...ग करते जायें तो सब 23प्रकार की वर्गणायें कही हैं । उनमें से जीव के ग्राह्य 5 प्रकार की वर्गणायें हैं―आहा ...33 KB (93 words) - 16:35, 2 July 2021
- ...16 KB (49 words) - 11:57, 17 May 2021
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- <li class="HindiText">[[ #5 | दर्शन ज्ञान व चारित्र शुद्ध <p class="HindiText">5. लौकिक आठ शुचियाँ</p> ...43 KB (598 words) - 22:35, 17 November 2023