User contributions for 69.226.218.78
11 February 2008
- 04:0504:05, 11 February 2008 diff hist +1,117 N देखे सुखी सम्यकवान New page: देखे सुखी सम्यकवान<br> सुख दुखको दुखरूप विचारैं, धारैं अनुभवज्ञान।।देखे....
- 04:0504:05, 11 February 2008 diff hist +687 N तुम ज्ञानविभव फूली बसन्त, यह मन मधुकर New page: तुम ज्ञानविभव फूली बसन्त, यह मन मधुकर<br> दिन बड़े भये बैराग भाव, मिथ्यातम ...
- 04:0404:04, 11 February 2008 diff hist +563 N तुम चेतन हो New page: तुम चेतन हो<br> जिन विषयनि सँग दुख पावै सो, क्यों तज देत न हो।।तुम. ।।१ ।।<br> न...
- 04:0404:04, 11 February 2008 diff hist +1,080 N तुमको कैसे सुख ह्वै मीत! New page: तुमको कैसे सुख ह्वै मीत!<br> जिन विषयनि सँग बहु दुख पायो, तिनहीसों अति प्री...
- 04:0304:03, 11 February 2008 diff hist +1,082 N जो तैं आतमहित नहिं कीना New page: जो तैं आतमहित नहिं कीना<br> रामा रामा धन धन कीना, नरभव फल नहिं लीना।।जो तैं....
- 04:0204:02, 11 February 2008 diff hist +859 N जानो धन्य सो धन्य सो धीर वीरा New page: जानो धन्य सो धन्य सो धीर वीरा<br> मदन सौ सुभट जिन, चटक दे पट कियो।।टेक ।।<br> प...
- 04:0004:00, 11 February 2008 diff hist +1,158 N जानत क्यों नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी New page: जानत क्यों नहिं रे, हे नर आतमज्ञानी<br> रागदोष पुद्गलकी संगति, निहचै शुद्ध...
- 04:0004:00, 11 February 2008 diff hist +1,110 N जगत में सम्यक उत्तम भाई New page: जगतमें सम्यक उत्तम भाई<br> सम्यकसहित प्रधान नरकमें, धिक शठ सुरगति पाई।।ज...
- 03:5903:59, 11 February 2008 diff hist +5 कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन No edit summary
10 February 2008
- 11:4711:47, 10 February 2008 diff hist +638 N चेतन! मान ले बात हमारी New page: चेतन! मान ले बात हमारी<br> पुद्गल जीव जीव पुद्गल नहिं, दोनों की विधि न्यारी...
- 11:4711:47, 10 February 2008 diff hist +2,251 N चेतन प्राणी चेतिये हो, New page: चेतन प्राणी चेतिये हो,<br> अहो भवि प्रानी चेतिये हो, छिन छिन छीजत आव।।टेक ।...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +560 N चेतन! तुम चेतो भाई, तीन जगत के नाथ New page: चेतन! तुम चेतो भाई, तीन जगत के नाथ<br> ऐसो नरभव पायकैं, काहे विषया लवलाई।।चे...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +677 N चेतनजी! तुम जोरत हो धन, सो धन चलत नहीं तुम लार New page: चेतनजी! तुम जोरत हो धन, सो धन चलत नहीं तुम लार<br> जाको आप जान पोषत हो, सो तन ज...
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +1,445 N घटमें परमातम ध्याइये हो, परम धरम धनहेत New page: घटमें परमातम ध्याइये हो, परम धरम धनहेत<br> ममता बुद्धि निवारिये हो, टारिये... current
- 11:4611:46, 10 February 2008 diff hist +1,206 N कारज एक ब्रह्महीसेती New page: कारज एक ब्रह्महीसेती<br> अंग संग नहिं बहिरभूत सब, धन दारा सामग्री तेती।।क... current
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,347 N कर मन! निज-आतम-चिंतौन New page: कर मन! निज-आतम-चिंतौन<br> जिहि बिनु जीव भ्रम्यो जग-जौन ।।कर. ।।<br> आतममगन परम ...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,135 N कर रे! कर रे! कर रे!, तू आतम हित कर रे New page: कर रे! कर रे! कर रे!, तू आतम हित कर रे<br> काल अनन्त गयो जग भ्रमतैं, भव भवके दुख ...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +1,125 N कर कर आतमहित रे प्रानी New page: कर कर आतमहित रे प्रानी<br> जिन परिनामनि बंध होत है, सो परनति तज दुखदानी।।क...
- 11:4511:45, 10 February 2008 diff hist +594 N ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै New page: ए मेरे मीत! निचीत कहा सोवै<br> फूटी काय सराय पायकै, धरम रतन जिन खोवै ।।ए. ।।१ ...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +612 N इस जीवको, यों समझाऊं री! New page: इस जीवको, यों समझाऊं री!<br> अरस अफरस अगंध अरूपी, चेतन चिन्ह बताऊं री ।।इस. ।...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,195 N आतमज्ञान लखैं सुख होइ New page: आतमज्ञान लखैं सुख होइ<br> पंचेन्द्री सुख मानत भोंदू, यामें सुखको लेश न कोइ...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,204 N आतमरूप सुहावना, कोई जानै रे भाई । New page: आतमरूप सुहावना, कोई जानै रे भाई ।<br> जाके जानत पाइये, त्रिभुवन ठकुराई .........<b...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,070 N आपा प्रभु जाना मैं जाना New page: आपा प्रभु जाना मैं जाना<br> परमेसुर यह मैं इस सेवक, ऐसो भर्म पलाना।।आपा. ।।<...
- 11:4411:44, 10 February 2008 diff hist +1,056 N आतमरूप अनूपम है, घटमाहिं विराजै हो New page: आतमरूप अनूपम है, घटमाहिं विराजै हो<br> जाके सुमरन जापसों, भव भव दुख भाजै हो...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +1,780 N आतम महबूब यार, आतम महबूब New page: आतम महबूब यार, आतम महबूब<br> देखा हमने निहार, और कुछ न खूब।।आतम. ।।<br> पंचिन्...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +1,106 N आतम जानो रे भाई! New page: आतम जानो रे भाई!<br> जैसी उज्जल आरसी रे, तैसी आतम जोत ।<br> काया-करमनसों जुदी र...
- 11:4311:43, 10 February 2008 diff hist +616 N आतम जाना, मैं जाना ज्ञानसरूप New page: आतम जाना, मैं जाना ज्ञानसरूप<br> पुद्गल धर्म अधर्म गगन जम, सब जड़ मैं चिद्र...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +1,165 N आतम जान रे जान रे जान New page: आतम जान रे जान रे जान<br> जीवनकी इच्छा करै, कबहुँ न मांगै काल । (प्राणी!)<br> सो...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +1,005 N आतम काज सँवारिये, तजि विषय किलोलैं New page: आतम काज सँवारिये, तजि विषय किलोलैं<br> तुम तो चतुर सुजान हो, क्यों करत अलोल...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +800 N आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी New page: आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी<br> विषय भोगफेणने तोहि काट्यो, मोह ल...
- 11:4211:42, 10 February 2008 diff hist +4 आतम अनुभव कीजै हो No edit summary
- 11:3611:36, 10 February 2008 diff hist −4 आतम अनुभव कीजै हो No edit summary
- 11:3111:31, 10 February 2008 diff hist +1,132 N आतम अनुभव कीजै हो New page: आतम अनुभव कीजै हो<br> जनम जरा अरु मरन नाशकै, अनंतकाल लौं जीजै हो ।।आतम. ।।<br> ...
- 11:2211:22, 10 February 2008 diff hist +12,147 N कविवर श्री द्यानतरायजी कृत भजन New page: * आतम अनुभव कीजै हो * आतम अनुभव सार हो, अब जिय सार हो, प्राणी * [[आतम काज सँ...
- 06:4106:41, 10 February 2008 diff hist +1,160 N सौ सौ बार हटक नहिं मानी New page: सौ सौ बार हटक नहिं मानी, नेक तोहि समझायो रे ।।टेक. ।।<br> देख सुगुरुकी परहित...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,412 N मोहिड़ा रे जिय! New page: मोहिड़ा रे जिय! हितकारी न सीख सम्हारै ।<br> भववन भ्रमत दुखी लखि याको, सुगुर... current
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,751 N मनवचतन करि शुद्ध भजो जिन New page: मनवचतन करि शुद्ध भजो जिन, दाव भला पाया ।<br> अवसर मिलै नहिं ऐसा, यौ सतगुरु ग...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,139 N निजहितकारज करना भाई! New page: निजहित कारज करना भाई! निजहित कारज करना ।।टेक. ।।<br> जनममरन दुख पावत जातैं, ...
- 06:4006:40, 10 February 2008 diff hist +1,209 N निपट अयाना, तैं आपा नहीं जाना New page: निपट अयाना, तैं आपा नहीं जाना, नाहक भरम भुलाना बे ।।टेक ।।<br> पीय अनादि मोह...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +821 N तू काहेको करत रति तनमें New page: तू काहे को करत रति तनमें, यह अहितमूल जिम कारासदन ।।टेक ।।<br> चरमपिहित पलर...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +1,062 N जम आन अचानक दावैगा New page: जम आन अचानक दावैगा ।।टेक ।।<br> छिनछिन कटत घटत थित ज्यौं जल, अंजुलिको झर जा...
- 06:3906:39, 10 February 2008 diff hist +729 N घड़ि-घड़ि पल-पल छिन-छिन निशदिन New page: घड़ि-घड़ि पल-पल छिन-छिन निशदिन, प्रभुजी का सुमिरन करले रे ।।<br> प्रभु सुमि...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,098 N कुमति कुनारि नहीं है भली रे New page: कुमति कुनारि नहीं है भली रे, सुमति नारि सुन्दर गुनवाली ।।टेक ।।<br> वासौं ...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +868 N विषयोंदा मद भानै, ऐसा है कोई वे New page: विषयोंदा मद भानै, ऐसा है कोई वे ।।टेक ।।<br> विषय दु:ख अर दुखफल तिनको, यौं नि...
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,408 N हे हितवांछक प्रानी रे New page: हे हितवांछक प्रानी रे, कर यह रीति सयानी ।।टेक ।।<br> श्रीजिनचरन चितार धार ... current
- 06:3706:37, 10 February 2008 diff hist +1,090 N हम तो कबहुँ न निज घर आये New page: हम तो कबहुँ न निज घर आये ।<br> परघर फिरत बहुत दिन बीते, नाम अनेक धराये ।।हम त...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +1,422 N हम तो कबहुँ न निजगुन भाये New page: हम तो कबहुँ न निजगुन भाये ।<br> तन निज मान जान तनदुखसुख में बिलखे हरखाये ।।...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +1,361 N हम तो कबहूँ न हित उपजाये New page: हम तो कबहूँ न हित उपजाये<br> सुकुल-सुदेव-सुगुरु सुसंग हित, कारन पाय गमाये! ।...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +728 N अरे जिया, जग धोखे की टाटी New page: अरे जिया, जग धोखे की टाटी <br> झूठा उद्यम लोक करत है, जिसमें निशदिन घाटी ।।ट...
- 06:3606:36, 10 February 2008 diff hist +94 हे नर, भ्रमनींद क्यों न छांडत दुखदाई No edit summary