Search results
Page title matches
- 3 KB (46 words) - 21:27, 9 December 2013
- <p><strong>किंपि ण जणियउ हरिउ णवि सो परमंपउ भावि ।।48।।</strong></p> ...63 KB (115 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong> </strong> <strong>तत्त्वव्यवस्थं सदिहाऽर्थरूपम् ।।48।।</strong></p> ...8 KB (45 words) - 18:59, 11 December 2021
- <p><strong>दोण्हं अचेदणत्तं पसजदि सम्मं जिणावमदं ।।48।।</strong></p> ...17 KB (67 words) - 16:35, 2 July 2021
- 2 KB (44 words) - 17:43, 2 November 2013
- <p><strong>जह लोयग्गे सिद्धा तह जीवा संसिदी णेया।।48।।</strong></p> ...33 KB (113 words) - 16:34, 2 July 2021
- <p><strong>तम्हा कुणिज्ज भावं किं कीरइ दव्वलिंगेण ꠰꠰48।।</strong></p> ...4 KB (27 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong>णादियदि णवं कम्मं णिद्दिट्ठं जिणवरिंदेहिं ꠰꠰48।।</strong></p> ...17 KB (52 words) - 11:56, 17 May 2021
- तेण ण जाणइ अप्पा अप्पाणं संभभावाणं।।48।। ...13 KB (17 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...ारो अज्झवसाणादि अण्णभावाणं ।जीवो त्ति कदो सुत्ते तत्थेक्को णिच्छिदो जीवो ।।48।।</strong></p> ...16 KB (60 words) - 11:57, 17 May 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- ...tyle="color: #0000ff;"><strong>जह लोयग्‍गे सिद्धा तह जीवा संसिदी णेया।।48।।</strong></span></h2> ...36 KB (503 words) - 13:39, 17 April 2020
Page text matches
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- <td>[[ग्रन्थ:बोधपाहुड़ गाथा 48]]</td> ...5 KB (163 words) - 13:34, 29 August 2023
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...3 KB (50 words) - 16:33, 2 July 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...4 KB (62 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...2 KB (36 words) - 16:33, 2 July 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 47-48 | गाथा 47-48 ]] ...3 KB (58 words) - 11:55, 17 May 2021
- <td>[[ग्रन्थ:मोक्षपाहुड़ गाथा 48]]</td> ...9 KB (292 words) - 13:37, 29 August 2023
- {{वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 48 | नियमसार गाथा 48 }} ...2 KB (38 words) - 14:01, 17 April 2020
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...8 KB (130 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 48 | नियमसार गाथा 48 ]] ...8 KB (126 words) - 13:54, 17 April 2020
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...12 KB (214 words) - 11:55, 17 May 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48}} ...17 KB (530 words) - 13:08, 19 August 2021
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 13:55, 23 April 2024
- <tr><td>[[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 48]]</td> ...9 KB (445 words) - 13:26, 14 December 2013
- ...1 KB (40 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - अर्थ}} ...19 KB (704 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - समय-व्याख्या}} ...22 KB (828 words) - 13:08, 19 August 2021
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - समय-व्याख्या ]] ...25 KB (664 words) - 13:16, 30 June 2023
- ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - समय-व्याख्या | पूर्व पृष्ठ ]] ...2 KB (50 words) - 13:26, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - समय-व्याख्या | अगला पृष्ठ ]] ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...27 KB (704 words) - 13:35, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - समय-व्याख्या - हिंदी}} ...25 KB (992 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 48 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...28 KB (1,052 words) - 13:08, 19 August 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...16 KB (316 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 48 | गाथा 48 ]] ...18 KB (328 words) - 11:55, 17 May 2021
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 48 - तत्त्व-प्रदीपिका ]] ...33 KB (817 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - तत्त्व-प्रदीपिका}} ...28 KB (1,087 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - तत्त्व-प्रदीपिका - हिंदी}} ...33 KB (1,357 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48}} ...17 KB (617 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - अर्थ}} ...21 KB (922 words) - 13:55, 23 April 2024
- [[बोधपाहुड़ गाथा 48 | Next Page]] ...2 KB (52 words) - 17:42, 2 November 2013
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 48 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...36 KB (922 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - तात्पर्य-वृत्ति}} ...31 KB (1,227 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 48 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...36 KB (1,532 words) - 14:03, 23 April 2024
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 48 | Previous Page]] ...2 KB (46 words) - 21:27, 9 December 2013
- ...ासावरणीयं वत्थुआवरणीयं वत्थुसमासावरणीयं पुव्वावरणीयं पुव्वसमासावरणीयं चेदि।48।</span> ...वस्तुसमासावरणीय, पूर्वावरणीय, पूर्वसमासावरणीय, ये श्रुतावरण के बीस भेद हैं।48। </span><br> ...3 KB (31 words) - 12:42, 17 February 2024
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 48 | Next Page]] ...4 KB (56 words) - 14:54, 10 December 2013
- <span class="GRef">षट्खंडागम 13/5,5 गाथा 1 व सूत्र 48/260</span> ...ासावरणीयं वत्थुआवरणीयं वत्थुसमासावरणीयं पुव्वावरणीयं पुव्वसमासावरणीयं चेदि।48।</span> ...4 KB (45 words) - 12:45, 17 February 2024
- [[बोधपाहुड़ गाथा 48 | Previous Page]] ...3 KB (46 words) - 17:43, 2 November 2013
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 48 | Previous Page]] ...4 KB (54 words) - 14:55, 10 December 2013
- <span class="GRef">बारसअणुवेक्खा 48</span> <p class=" PrakritText ">अविरमणं हिंसादी ...4 KB (115 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...3 KB (24 words) - 15:24, 14 November 2022
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 48 | Next Page]] ...3 KB (45 words) - 21:27, 9 December 2013
- <span class="GRef">(धवला पुस्तक 13/5,5,48/264/10)</span><p class="PrakritText"> लद्धिअक्खरं ण ...19 KB (366 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...4 KB (59 words) - 22:15, 17 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...8 KB (42 words) - 18:33, 11 December 2021
- ...7 KB (30 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...। अजितनाथ इसे ही राज्य देकर दीक्षित हुए थे । <span class="GRef"> महापुराण 48. 36 </span></p> ...5 KB (86 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...12 KB (36 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पुरुषार्थसिद्धिउपाय - श्लोक 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...5 KB (26 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...। <span class="GRef">( [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_10#48|हरिवंशपुराण - 10.48]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5 ...10 KB (179 words) - 14:39, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:युक्त्यनुशासन - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...10 KB (51 words) - 20:41, 11 December 2021
- ...धान होता है उसे मिथ्यात्व कहते हैं। <span class="GRef">( द्रव्यसंग्रह टीका/48/205/6 )</span>।</p> <p><span class="GRef"> बारस अणुवेक्खा/48 </span><p class=" PrakritText ">एयंतविणयविवरिय ...25 KB (477 words) - 22:27, 17 November 2023
- ...लता व शिथिलता सदा बनी रहती है ।6। <span class="GRef">(योगसार/अमितगति/8/45-48)</span> । <br /> ...शुद्धि विनाशक रक्त स्रवण होता है ।6। <span class="GRef">(योगसार/अमितगति/8/48)</span>; (देखें [[ शुक्लध्यान#3.5 | शुक ...27 KB (407 words) - 15:30, 27 November 2023
- ...ार 25/38-39)</span> <span class="GRef">(द्रव्यसंग्रह / मूल या टीका गाथा 48,48/201)</span></p> ...38 KB (742 words) - 14:40, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...11 KB (43 words) - 16:35, 2 July 2021
- <p> <strong>(48) पूर्व चित्तक्षण को असत् रूप ...10 KB (59 words) - 17:00, 28 November 2021
- ...ef">( गोम्मटसार जीवकांड/474/882 )</span>; <span class="GRef">( तत्त्वसार/6/48 )</span></span></p> ...16 KB (335 words) - 17:31, 24 February 2024
- <span class="GRef">( सागार धर्मामृत अधिकार 7/48-49 )</span></span><br/> ...11 KB (105 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...ासावरणीयं वत्थुआवरणीयं वत्थुसमासावरणीयं पुव्वावरणीयं पुव्वसमासावरणीयं चेदि।48।</span> ...वस्तुसमासावरणीय, पूर्वावरणीय, पूर्वसमासावरणीय, ये श्रुतावरण के बीस भेद हैं।48। <span class="GRef">( हरिवंशपुराण/10/12-13 )</span> ...43 KB (622 words) - 14:55, 14 April 2024
- <span class="GRef">धवला पुस्तक 13/5,4,24/48/10</span> <p class=" PrakritText ">कसायाभावेण ट्ठ ...33 KB (357 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...28 KB (514 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...ानावरण, (6-14) नौ दर्शनावरण, (15-42) अट्ठाईस मोहनीय, (43-47) पाँच अंतराय, (48) असातावेदनीय, (49) नरकायु, (50) नरक ...18 KB (143 words) - 11:55, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...11 KB (34 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ाय की अपेक्षा भाव में तीनों काल संभव हैं। <span class="GRef">( धवला 9/4,1,48/242/8 )</span>, <span class="GRef">( धवला 10/4,2,2,3/11/1 )</span>, ...26 KB (383 words) - 15:11, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...16 KB (56 words) - 16:35, 2 July 2021
- <span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/48/204/7 </span> <span class="SanskritText">क्षीणकषायगु ...20 KB (445 words) - 22:44, 31 July 2023
- ...4/40/16); (धवला 13/5,4,26/77/10); (ज्ञानार्णव/42/9-11); (द्रव्यसंग्रह टीका/48/203/3) </span></span></p> ...58 KB (690 words) - 10:05, 1 August 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...14 KB (24 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...्ठ 748)</span>; <span class="GRef">(पंचसंग्रह / प्राकृत अधिकार संख्या 3/44-48,56-60)</span>; <span class="GRef">(गोम्मट्टसार कर ...class="GRef">(शतक 29-32)</span>, <span class="GRef">(धवला पुस्तक संख्या 15/48-50)</span> ...41 KB (840 words) - 14:40, 27 November 2023
- <span class="GRef"> नयचक्र / श्रुतभवन दीपक/48 </span><span class="SanskritText"> वस्तु नामादिषु ...55 KB (1,035 words) - 12:51, 17 February 2024
- ...36 KB (546 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...र.प्रत्येक=11||- || - || प्र.प्रत्येक=47 || - || - || -|| -|| प्र.प्रत्येक=48|| -|| - ...40 KB (1,191 words) - 15:08, 26 February 2024
- ...16 KB (49 words) - 11:57, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...17 KB (60 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...16 KB (17 words) - 11:57, 17 May 2021
- 48/69-78</p> ...132 KB (11,542 words) - 22:21, 17 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...21 KB (24 words) - 11:57, 17 May 2021
- <td width="48" valign="top"><p class="HindiText">कुल बंध</p></td> <td width="48" valign="top"><p class="HindiText">शेष</p></td> ...100 KB (7,297 words) - 00:21, 22 December 2023
- ...का है, तब हमसे उत्तर कैसे पूछते हो। <span class="GRef">( द्रव्यसंग्रह टीका/48/206/1 )</span>। <br /> ...23 KB (213 words) - 21:44, 13 December 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...19 KB (60 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...रमणं हिंसापरिणमनमपि भवति हिंसा। तस्मात्प्रमत्तयोगे प्राणव्यपरोपणं नित्यम् ॥48॥</p> ...43 KB (786 words) - 21:49, 27 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...28 KB (85 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...23 KB (62 words) - 11:55, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...21 KB (51 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...61 KB (917 words) - 22:15, 17 November 2023
- <li class="HindiText">[[ #2.3 | दीक्षान्वय की 48 क्रियाओं का लक्षण]]</li> ...ज्य, 43. स्वराज, 44. चक्रलाभ, 45. दिग्विजय, 46. चक्राभिषेक, 47. साम्राज्य, 48. निष्क्रांति, 49.योगसन्मह, 50. आर ...63 KB (923 words) - 15:30, 27 November 2023
- ...74 KB (1,133 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...100 KB (1,663 words) - 22:35, 17 November 2023
- ...32 KB (73 words) - 16:32, 2 July 2021
- ...ass="HindiText">(4) वत्सकावती देश का एक नगर । <span class="GRef"> महापुराण 48. 58-59 </span></p> ...24 KB (603 words) - 15:15, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - नियमसार गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...30 KB (395 words) - 13:39, 17 April 2020
- <span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/48/202 पर उद्धृत</span><span class="SanskritText">...स्व ...47 KB (940 words) - 10:08, 22 March 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...30 KB (87 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...27 KB (104 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...्ताप करना निंदा कहलाती है। <span class="GRef">( कार्तिकेयानुप्रेक्षा टीका/48/22/15 )</span>।</span><br /> ...31 KB (1,125 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...न देवों के भी रहता है। समझो कुछ मिनटों का समय हो जाता है- ज्यादा से ज्यादा 48 मिनट मुहूर्त के माने गए हैं। ...30 KB (103 words) - 16:34, 2 July 2021
- <span class="GRef"> धवला 9/4,1,48/242-244/9 </span><span class="PrakritText">अत्थ पज्जाओ ...53 KB (951 words) - 14:52, 29 February 2024
- ...f">( गोम्मटसार कर्मकांड/808/984 )</span>; <span class="GRef">( तत्त्वसार/4/48 )</span>। </span><br /> ...31 KB (665 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...</span>, <span class="GRef">(पंचास्तिकाय संग्रह / तात्पर्यवृत्ति / गाथा 22/48)</span>, <span class="GRef">( पंचाध्यायी / उत्त ...80 KB (1,252 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...40 KB (781 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...5/सूत्र 113/370); (सर्वार्थसिद्धि/8/11/390/8); (पंचसंग्रह/प्राकृत/2/4/टीका/48/2); (राजवार्तिक/8/11/10/577/14); (गोम्मटस ...30 KB (486 words) - 10:16, 8 July 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...35 KB (56 words) - 11:56, 17 May 2021
- <li class="HindiText"> दीक्षायोग्य 48 संस्कार । - देखें [[ संस्कार#2.3 | ...30 KB (596 words) - 15:15, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - नियमसार गाथा 48 | अगला पृष्ठ ]] ...32 KB (414 words) - 13:39, 17 April 2020
- ...में उद्धृत दो श्लोक)</span>; <span class="GRef">( हरिवंश पुराण सर्ग 10/47-48)</span>; <span class="GRef">(गोम्मट्टसार कर्म <p class="HindiText">48 पूरण । मस्करीमत</p> ...110 KB (1,955 words) - 22:16, 17 November 2023
- <span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/48/205/3 </span><span class="SanskritText">पंचपरमेष्ठि ...="GRef"> तत्त्वानुशासन/98 </span>); (<span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/48/202/3 </span>); (<span class="GRef"> भावपाहुड़ टीक ...167 KB (3,101 words) - 21:53, 11 December 2023
- <span class="GRef">द्रव्यसंग्रह / मूल या टीका गाथा 48/203/9</span> <p class="SanskritText">यद्यपि ध्याता ...116 KB (1,966 words) - 10:01, 16 January 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 47-48 | अगला पृष्ठ ]] ...42 KB (79 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p><span class="GRef"> द्रव्यसंग्रह टीका/48/201/5 </span><span class="SanskritText">कस्मादिति चे ...79 KB (1,441 words) - 15:25, 27 November 2023
- <span class="GRef">द्रव्यसंग्रह / मूल या टीका गाथा 48/201-205</span> <p class="SanskritText">तावदागमभाषया ...119 KB (1,908 words) - 20:40, 17 February 2024
- ...36 KB (510 words) - 15:25, 27 November 2023
- <td width="75" valign="top"><p class="HindiText">48/54</p></td> <td width="56" valign="top"><p class="HindiText">48/4</p></td> ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...36 KB (93 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...46 KB (469 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...्राप्त होता है और न देश संयम को। <span class="GRef">( गोम्मटसार जीवकांड/23/48 )</span>।</p> ...57 KB (659 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...षेकनिका उदय हो है। 9,10,11,12,13,14,15,16/18,20,22,24,26,28,30,32/36,40,44,48,52,56,60,64/72,80,88,96,104,112,120,128/144,160,176,192,208,224,240,256/288 ...895 KB (59,165 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...था देशावधि के जघन्य उत्कृष्टादि तीन भेद) <span class="GRef">( धवला 9/4,1,4/48/5 </span>सर्वावधि का एक ही विकल्प <p><span class="GRef"> धवला 9/4,1,4/48/7 </span><p class="PrakritText">परमोहिउक्कस्सख ...251 KB (3,661 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...िषदों के, दक्षिण दिशा में 40,000 कमल मध्यम पारिषदों के, नैर्ऋत्य दिशा में 48,000 कमल बाह्य पारिषदों के हैं। ...157 KB (5,631 words) - 15:10, 27 November 2023
- <p> प्रश्न 48―अक्षिप्र-अवग्रह किसे कहते ह ...93 KB (791 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...); ( धवला 9/4,1,45/176/5 ); ( कषायपाहुड़ 1/13-14/197/235 ); ( तत्त्वसार/1/48 )</span>।</span><br /> ...49 KB (503 words) - 12:36, 1 March 2024
- <td width="109" valign="top"><p><span class="HindiText">5/48</span></p></td> <td width="48" valign="top"><p><span class="HindiText"><strong>भाव </strong></span> ...159 KB (13,397 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...">( राजवार्तिक/9/22/4/621/20 )</span> <span class="GRef">( अनगारधर्मामृत/7/48 )</span> । </span><br /> ...84 KB (1,669 words) - 10:27, 15 January 2024
- ...="GRef">( गोम्मट्टसार कर्मकांड / जीव तत्त्व प्रदीपिका टीका गाथा संख्या./38/48/2)</span>।</p><br> ...ों से परिणत होती हैं। उ का एक स्थानीय (केवल लता रूप) अनुभाग बंध नहीं होता ॥48॥</p><br> ...143 KB (2,070 words) - 14:39, 27 November 2023
- ...थावरों में जन्म लेना पड़ता है और उन त्रस पर्यायों में मनुष्य की पर्याय यों 48 रहती हैं और यों ढंग में 24 मिलत ...49 KB (139 words) - 12:32, 20 September 2021
- ...ारित्रसार पृष्ठ 187/2)</span> <span class="GRef">(पंद्मनन्दि पंचविंशतिका/6/48 तथा संपूर्ण अधिकार स. 4, श्लोक ...161 KB (2,719 words) - 17:15, 18 February 2024
- ...ारित्रसार पृष्ठ 187/2</span>) (<span class="GRef">पंद्मनन्दि पंचविंशतिका/6/48 तथा संपूर्ण अधिकार स. 4, श्लोक ...164 KB (2,892 words) - 04:11, 17 February 2023
- <td width="82" nowrap="nowrap" valign="bottom"><p class="HindiText">48-24</p></td> ...100 KB (4,607 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...54 KB (971 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...करता है, स्तवन के जानकार महापुरुषों ने उसके स्तवन को उत्तम स्तवन माना है ।48।</span><br /> ...62 KB (1,311 words) - 17:46, 26 February 2024
- ...61 KB (1,083 words) - 22:20, 17 November 2023
- ...157 KB (2,660 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...निर्दहत्युद्धं कर्मेंधनमनारतम् । न चासौ खिद्यते योगी बहिर्दु:खेष्वेचेतन:।48। </span>=<span class="HindiText">वह परमानंद सदा ...106 KB (2,237 words) - 22:18, 17 February 2024
- ...f">(राजवार्तिक/3/1/14/161/16)</span>; <span class="GRef">(हरिवंशपुराण/4/6,48)</span>; <span class="GRef">(त्रिलोकसार/144,146)</span> ...Ref">( राजवार्तिक/3/1/8/160/19)</span>, <span class="GRef">(हरिवंशपुराण/4/48,57-58)</span>, <span class="GRef">(त्रिलोकसार/146,147)< ...207 KB (11,123 words) - 15:11, 27 November 2023
- ...61 KB (916 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...र उस दु:ख का थोड़े समय के लिए अभाव हो जाये तो जीव मानता है मैं सुखी हो गया।48।</li> ...86 KB (1,640 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...33+39+45+51+57+63+69=405 पल्य। शतार से अच्युत तक दो दो बार=2 (25+27+34+41+48+55) =50+54+68+82+96+110=460 पल्य। अन्तरालों क ...65 KB (546 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...33+39+45+51+57+63+69=405 पल्य। शतार से अच्युत तक दो दो बार=2 (25+27+34+41+48+55) =50+54+68+82+96+110=460 पल्य। अंतरालों के ...66 KB (666 words) - 14:49, 14 April 2024
- ...ो ज्ञान के संबंध से घट भी चेतन बन बैठेगा। <span class="GRef">( पंचास्तिकाय/48-49 )</span>; <span class="GRef">( राजवार्तिक/1/1/9/5/2 ...148 KB (3,763 words) - 15:11, 27 November 2023
- <td>48 पल्य</td> ...269 KB (7,965 words) - 11:27, 15 February 2024
- <p> <strong>48. आत्मा के उपयोग में चैतन्य आत ...74 KB (142 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...80 KB (1,443 words) - 09:52, 24 January 2024
- ...षो धर्मोरूपं गुणः स्वभावाश्च। प्रकृतिः शीलं चाकृतिरेकार्थवाचका अमी शब्दाः। 48।</span> ...lass="GRef">( षट्खंडागम/6/1,9-1/ सूत्र/पृष्ठ 13/14; 15/31; 17/34;19/ 37;25/48;29/49;45/77;46/78)</span>; <span class="GRef">( षट्खंडागम ...164 KB (4,339 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...147 KB (2,432 words) - 15:20, 27 November 2023
- ...">(तत्त्वार्थसूत्र/8/12)</span>; <span class="GRef">(पंचसंग्रह/प्राकृत/2/4/48/16)</span>; <span class="GRef">(धवला 12/4, 2, 14, 19/484/13 )</span ...98 KB (1,457 words) - 15:21, 27 November 2023
- ...िशेषो धर्मो रूपं गुण: स्वभावश्च। प्रकृतिशीलं चाकृतिरेकार्थवाचका अमी शब्दा:।48।</p> ...83 KB (1,830 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...220 KB (3,704 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...83 KB (164 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...85 KB (1,707 words) - 15:11, 27 November 2023
- <td><p>48</p></td> ...131 KB (6,783 words) - 15:20, 28 November 2023
- ...ार्थ शरीर छोड़ने की सल्लेखना कहते हैं।122। <span class="GRef">( चारित्रसार/48/1 )</span></span><br/> ...253 KB (3,420 words) - 21:04, 15 February 2024
- ...168 KB (347 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...183 KB (3,655 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...ोता है, अवाय और धारणा ज्ञान होता है। इस तरह मतिज्ञान के भेद हुए 12×4=48।</p> ...रही है जो इन्द्रियों के द्वारा और मन के द्वारा सीधा जो कुछ जानता है। इसको 48 भेदों में से जो अवग्रह के 12 भा ...179 KB (2,077 words) - 13:53, 17 April 2020
- ...ोता है, अवाय और धारणा ज्ञान होता है। इस तरह मतिज्ञान के भेद हुए 12×4=48।</p> ...रही है जो इन्द्रियों के द्वारा और मन के द्वारा सीधा जो कुछ जानता है। इसको 48 भेदों में से जो अवग्रह के 12 भा ...179 KB (2,077 words) - 13:39, 17 April 2020
- <td width="48" valign="top"><p><span class="HindiText">गुणस्थान <td width="48" valign="top"><p><span class="HindiText">1</span></p></td> ...211 KB (13,154 words) - 09:27, 23 January 2024
- ...बड़े चमत्कार वाले पुरुष, जैसे कि आजकल इसकी प्रथा ज्यादा सुनी जाती है कि कोई 48 घंटे की समाधि लगाता, कोई 24 घंट ...99 KB (294 words) - 11:57, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:समयसार - गाथा 47-48 | पूर्व पृष्ठ ]] ...169 KB (383 words) - 11:57, 17 May 2021
- <span class="GRef">श्लोकवार्तिक/4/1/33/48/239/18</span> <span class="SanskritText">त्रिविधस्ता ...1,022 KB (19,074 words) - 14:26, 2 March 2024
- ...458 KB (8,107 words) - 21:57, 14 February 2024
- <td>44-48</td> <td>48-72</td> ...645 KB (29,383 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...र्हिंसादिनिवर्तनाकृता भवंति। अनपेक्षितार्थवृत्ति: क: पुरुष सेवते नृपतीन् ।48। </span>=<span class="HindiText">सम्यग्दृष्टि ज ...233 KB (4,417 words) - 21:21, 17 February 2024
- 48. ब ज्ञानमूर्ति के प्रसाद में ...544 KB (154 words) - 16:35, 2 July 2021