Search results
Page title matches
- 5 KB (53 words) - 21:37, 9 December 2013
- <p><strong>सत्थपुराणहँ तवचरणु मुक्खु विकरहिं किं तासु ।।98।।</strong></p> ...17 KB (64 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong>पुग्गलकरणा जीवा खंधा खलु कालकरणा दु ।।98।।</strong></p> ...9 KB (48 words) - 16:35, 2 July 2021
- <p><strong>दुक्खाइं दव्वसवणा णरतिरियकुदेवजोणीए ।।98।।</strong></p> ...6 KB (31 words) - 11:56, 17 May 2021
- <p><strong>सो ण लहइ सिद्धिसुहं जिगलिंगविराहगो णियद ꠰꠰98।।</strong></p> ...3 KB (28 words) - 11:56, 17 May 2021
- लोयववहारपउरा ते साहू सम्मउम्मुक्का।।98।।’’ ...12 KB (15 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p>सोहं इदि चिंतिज्जो तत्थेव य कुणदि थिरभावं।।98।।</p> ...54 KB (186 words) - 16:34, 2 July 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- 4 KB (65 words) - 15:01, 10 December 2013
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
Page text matches
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - अर्थ}} ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98}} <span class="ParaStart">अर्थ: </span>{{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - अर्थ}} ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...4 KB (64 words) - 16:33, 2 July 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...4 KB (68 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...1 KB (26 words) - 16:33, 2 July 2021
- <td>[[ग्रन्थ:मोक्षपाहुड़ गाथा 98]]</td> ...9 KB (292 words) - 13:37, 29 August 2023
- <td>[[समयसार - आत्मख्याति टीका -गाथा 98 - 100]]</td> <td>[[समयसार - आत्मख्याति टीका - कलश 98]]</td> ...9 KB (445 words) - 13:26, 14 December 2013
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...12 KB (214 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- ...1 KB (41 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98}} ...17 KB (530 words) - 13:08, 19 August 2021
- ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- ...1 KB (39 words) - 13:26, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - समय-व्याख्या | पूर्व पृष्ठ ]] ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - समय-व्याख्या | अगला पृष्ठ ]] ...2 KB (49 words) - 13:26, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - अर्थ}} ...19 KB (704 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - समय-व्याख्या}} ...22 KB (828 words) - 13:08, 19 August 2021
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - समय-व्याख्या ]] ...25 KB (664 words) - 13:16, 30 June 2023
- * [[ ग्रन्थ:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...27 KB (704 words) - 13:35, 30 June 2023
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - समय-व्याख्या - हिंदी}} ...25 KB (992 words) - 13:08, 19 August 2021
- {{GP:पंचास्तिकाय संग्रह-सूत्र - गाथा 98 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...28 KB (1,052 words) - 13:08, 19 August 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...16 KB (316 words) - 11:55, 17 May 2021
- *[[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 98 | गाथा 98 ]] ...18 KB (328 words) - 11:55, 17 May 2021
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका -गाथा 98 - 100 | Next Page]] ...1 KB (29 words) - 15:01, 10 December 2013
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 98 - तत्त्व-प्रदीपिका ]] ...33 KB (817 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - तत्त्व-प्रदीपिका}} ...28 KB (1,087 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - तत्त्व-प्रदीपिका - हिंदी}} ...33 KB (1,357 words) - 14:03, 23 April 2024
- [[समयसार - आत्मख्याति टीका -गाथा 98 - 100 | Previous Page]] ...3 KB (46 words) - 15:01, 10 December 2013
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98}} ...17 KB (617 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - अर्थ}} ...21 KB (922 words) - 13:55, 23 April 2024
- * [[ ग्रन्थ:प्रवचनसार - गाथा 98 - तात्पर्य-वृत्ति ]] ...36 KB (922 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - तात्पर्य-वृत्ति}} ...31 KB (1,227 words) - 14:03, 23 April 2024
- {{GP:प्रवचनसार - गाथा 98 - तात्पर्य-वृत्ति - हिंदी}} ...36 KB (1,532 words) - 14:03, 23 April 2024
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 98 | Next Page]] ...3 KB (45 words) - 21:37, 9 December 2013
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...3 KB (32 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[मोक्षपाहुड़ गाथा 98 | Previous Page]] ...4 KB (48 words) - 21:38, 9 December 2013
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:मोक्षपाहुड - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...4 KB (29 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...4 KB (58 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...5 KB (121 words) - 14:40, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...6 KB (38 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...तसुदृष्ट्यादेस्तद्गतातिशयेषु या। उद्द्योतादिषु सा तेषां भक्तिराराधनोच्यते ॥98॥</p> ...12 KB (206 words) - 14:40, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...9 KB (14 words) - 11:57, 17 May 2021
- <p> <strong>(98) आत्मरत साधु की भावलिंगिता</str ...10 KB (35 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...चित्प्रत्येकमूर्तयः । वल्यः साधारणाः काश्चित्काश्चित्प्रत्येककाः स्फुटम् ।98। तल्लक्षणं यथा भंगें समभागः ...्रत्येक, इसी प्रकार बेलों में कोई लताएँ साधारण तथा कोई प्रत्येक होती हैं ।98। </li> ...26 KB (420 words) - 15:30, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:परमात्मप्रकाश - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...11 KB (38 words) - 11:56, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...14 KB (46 words) - 16:35, 2 July 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:रयणसार - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...12 KB (14 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...16 KB (60 words) - 21:58, 29 November 2021
- ...17 KB (51 words) - 11:55, 17 May 2021
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...16 KB (41 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...ार की निवृत्ति करने वाला शब्दनय है। ( <span class="GRef">राजवार्तिक/1/33/9/98/12 ); ( हरिवंशपुराण/58/47 ); ( धवला 1/1,1,1/8 <span class="GRef">राजवार्तिक/1/33/9/98/23 </span><span class="SanskritText"> एवमादयो व्यभि ...49 KB (503 words) - 12:36, 1 March 2024
- ...ोयपण्णत्ति 4/76,1652,1672 </span>) 3. (<span class="GRef"> तिलोयपण्णत्ति 6/98 </span>); 4. (<span class="GRef"> हरिवंशपुराण 4/68 </ ...40 KB (1,191 words) - 15:08, 26 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:पंचास्तिकाय - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...21 KB (80 words) - 16:35, 2 July 2021
- <p><strong> (98) मनुष्य में सींग का अभाव होने ...26 KB (57 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...चन संक्षेप से असत्य वचन हैं। <span class="GRef"> पुरुषार्थ-सिद्ध्युपाय/96-98 । </span> <br /> ...23 KB (572 words) - 21:13, 27 February 2024
- ...1/1,1,15/ गाथा 115/179)</span>, <span class="GRef">( गोम्मटसार जीवकांड/46/98 )</span>।</span></p> ...29 KB (437 words) - 22:36, 17 November 2023
- ...्भग, (93) दुःस्वर, (94) अशुभ, (95) सूक्ष्म, (96) अपर्याप्ति, (97) अस्थिर, (98) अनादेय, (99) अयश:कीर्तिनामकर्म ...18 KB (143 words) - 11:55, 17 May 2021
- <p> उत्तर―अनिवृत्तिकरण गुणस्थान में 98 प्रकृतियों का संवर होता है । ...70 KB (471 words) - 11:55, 17 May 2021
- ...। <span class="GRef"> [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_3#95|हरिवंशपुराण - 3.95-98]], [[ग्रन्थ:हरिवंश पुराण_-_सर्ग_5 ...38 KB (752 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...itText">चेयणरहियममुत्तं अवगाहलक्खणं च सव्वगयं...। तं णहदव्वं जिणुद्दिट्ठं ॥98॥</p> ...80 KB (1,252 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...प्राकृत / अधिकार 1/177)</span>, <span class="GRef">(धवला पुस्तक 1/1,1,5/97-98/153)</span>, <span class="GRef">(पंचसंग्रह / संस् ...त्तमज्झं वियाणमिस्सं च अपरिपुण्णा ति। जो तेण संपयोगो आहारयमिस्सकायजोगो सो ॥98॥</p> ...77 KB (1,437 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...ां विद्यामीप्सितार्थप्रदायिनीम्। तस्यै विश्राणयांचक्रे समंत्रं परशुं च सः ॥98॥</p> ...ेवाली कामधेनु नाम की विद्या और मंत्र सहित एक फरसा भी उसके लिए प्रदान किया ॥98॥</p> ...61 KB (917 words) - 22:15, 17 November 2023
- प्रमाण - <span class="GRef">षट्खण्डागम 14/5, 6/सूत्र 98-116/120-123</span> । <br /> | 1|| 98-99|| एक प्रदेशी|| हाँ || x|| x ...67 KB (665 words) - 09:46, 10 January 2024
- <span class="GRef"> सर्वार्थसिद्धि/1/10/98/2 </span><span class="SanskritText">प्रमिणोति प्र ...81 KB (1,784 words) - 16:55, 29 February 2024
- <p>(<span class="GRef">राजवार्तिक अध्याय 1/33/10/98/31</span>)</p> ...32 KB (441 words) - 12:26, 1 March 2024
- ...तात्पर्यं वंदनायां मदोद्धृतिः। स्तब्धमत्यासन्नभावः प्रविष्टं परमेष्ठिनाम्।98। हस्ताभ्यां जानुनोः स्वस्य ...lass="HindiText"> हिंडोले की भाँति शरीर का अथवा मन का डोलना दोलायित दोष है।98-99। </span></li> ...92 KB (2,201 words) - 15:25, 27 November 2023
- ...ण सब पृथक्-पृथक् हैं। <span class="GRef"> (प्रवचनसार व तत्त्व प्रदीपिका/97-98); (आप्त मीमांसा/34); (कार्तिकेया ...पर उद्धृत गाथा)</span>; <span class="GRef">( प्रवचनसार / तत्त्वप्रदीपिका/98,106 )</span> </span></li> ...148 KB (3,763 words) - 15:11, 27 November 2023
- <span class="GRef">धवला पुस्तक 7/2,1,56/98/2</span> <p class=" PrakritText ">ण चोवयारेण दंसण ...85 KB (1,259 words) - 22:16, 17 November 2023
- ...े पट्ठवओ णिट्ठवओ मज्झिमो य भयणिज्जो। जोगे अण्णदरम्मि दुजहण्णेण तेउलेस्साए ।98।</p> ...100 KB (1,168 words) - 22:16, 17 November 2023
- <p><span class="GRef"> पंचसंग्रह / प्राकृत/3/98 </span></p> ...164 KB (4,339 words) - 15:15, 27 November 2023
- ...ृष्टिस्ते सतो शून्यो विपर्ययः। ततः सर्वं मृषोक्तं स्यात्तदयुक्तं स्वघाततः ॥98॥</p> ...110 KB (1,955 words) - 22:16, 17 November 2023
- राजवार्तिक/1/33/7/98/7 <span class="SanskritText">न शुक्ल: कृष्णीभव ...96 KB (1,172 words) - 15:12, 27 November 2023
- ...रा व्रती श्रावकों का सम्मान करने के अर्थ उन्हें अपने यहाँ निमंत्रित किया ।98-103 । क्योंकि आने वालों में सम् कुरल/98/3 <span class="SanskritText">कुलीनोऽपि कदाचार ...43 KB (631 words) - 15:21, 27 November 2023
- ... एओ मे सस्सदो अप्पा णाणदंसण लक्खणो।16। इच्चादि उवसंहारसुत्तदंसणादो च (98/10)।<br> ...198 KB (2,128 words) - 22:24, 14 February 2024
- ...100 KB (4,607 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...ृष्टिस्ते सती शून्यो विपर्ययः। ततः सर्वं मृषोक्तं स्यात्तदयुक्तं स्वघाततः ॥98॥</p> ...123 KB (1,810 words) - 14:39, 27 November 2023
- <p><span class="GRef">(राजवार्तिक अध्याय 1/33/10/98/31)</span></p> ...220 KB (3,704 words) - 14:40, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...56 KB (197 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...167 KB (3,101 words) - 21:53, 11 December 2023
- ...ि व्रत (92), आचाम्ल वर्द्धमान व्रत (95), श्रुतव्रत (97), दर्शनशुद्धि व्रत (98), तपः शुद्धि व्रत (99), चारित्र श ...73 KB (1,375 words) - 21:19, 17 February 2024
- ...ति, परघात, आतप, उद्योत, उच्छ्वास, मिश्र मोहनीय इन 24 के बिना सर्व 122-24 = 98 <td width="59" valign="top">98</td> ...895 KB (59,165 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...65 KB (546 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...66 KB (666 words) - 14:49, 14 April 2024
- ...पीत, पद्म, शुक्ल, कृष्ण, नील और कापोत । <span class="GRef"> महापुराण 10.96-98, </span><span class="GRef"> पांडवपुराण 22.72 </span></ ...126 KB (2,411 words) - 15:21, 27 November 2023
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:नियमसार - गाथा 98 | अगला पृष्ठ ]] ...78 KB (308 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...ी है। (<span class="GRef"> भगवती आराधना/ </span>टी./1450-1475); (पं.वि./1/98-100)<br> ...106 KB (2,237 words) - 22:18, 17 February 2024
- ...रा व्रती श्रावकों का सम्मान करने के अर्थ उन्हें अपने यहाँ निमंत्रित किया ।98-103 । क्योंकि आने वालों में सम् ...98 KB (1,457 words) - 15:21, 27 November 2023
- <span class="GRef">(धवला पुस्तक संख्या 13/5,5,98/362/6)</span> <br> ...269 KB (7,965 words) - 11:27, 15 February 2024
- [[ वर्णीजी-प्रवचन:भावपाहुड - गाथा 98 | पूर्व पृष्ठ ]] ...90 KB (146 words) - 11:56, 17 May 2021
- ...131 KB (6,783 words) - 15:20, 28 November 2023
- ...233 KB (4,417 words) - 21:21, 17 February 2024
- <span class="GRef"> बोधपाहुड़/टीका /32/98 पर उद्धृत− </span><span class="PrakritText">तित् <span class="GRef"> गोम्मटसार कर्मकांड / जीवतत्त्व प्रदीपिका/111/98/6 </span><span class="SanskritText">कल्पस्त्रोषु ...357 KB (33,626 words) - 20:09, 15 February 2024
- ...त्रिलोकसार/593 )</span>; <span class="GRef">( जंबूद्वीपपण्णत्तिसंगहो/2/95-98 )</span>;</li> ...157 KB (5,631 words) - 15:10, 27 November 2023
- ...ण दु आदा करेदि घडपडरथाणि दव्वाणि। करणाणि य कम्माणि य णोकम्माणीहि विविहाणि।98।</span>=<span class="HindiText">व्यवहार से अर्थ ...144 KB (2,191 words) - 14:41, 27 November 2023
- ...169 KB (383 words) - 11:57, 17 May 2021
- ...म से प्रवर्तता है तिस तिस में पूर्ववर्ती नय की प्रवृत्ति नहीं रोकी जा सकती।98। परंतु उत्तरवर्ती नयें पूर् ...ार की निवृत्ति करने वाला शब्दनय है। <span class="GRef">( राजवार्तिक/1/33/9/98/12)</span>; <span class="GRef">(हरिवंशपुराण/58/47)</s ...1,022 KB (19,074 words) - 14:26, 2 March 2024
- ...t">सागारे पट्ठवगो मज्झिमो य भजियव्वो। जोगे अण्णदरम्हि य जहण्णगो तेउलेस्साए।98। ...र्तमान और तेजोलेश्या के जघन्य अंश को प्राप्त जीव दर्शनमोह का उपशमन करता है।98। <span class="GRef">( धवला 6/1,9-8,9/ गाथा 5/239)</span>; ...458 KB (8,107 words) - 21:57, 14 February 2024
- ...के गमन में काल द्रव्य सहकारी कारण होता है। <span class="GRef">(पंचास्तिकाय/98)</span> ऐसा आगे कहेंगे। <br /> ...182 KB (3,301 words) - 17:46, 19 February 2024
- प्रवचनसार / तत्त्वप्रदीपिका/98 <span class="SanskritText">अतोऽवधार्यते अशु ...217 KB (2,948 words) - 15:25, 27 November 2023
- ...दूध पीने में तो न रहा, थप्पड़ गिनने में लग गया। वह थप्पड़ गिनता जाय, 90, 95, 98, 99 और 100 हो गए। एक थप्पड़ जब और मा ...224 KB (549 words) - 16:34, 2 July 2021
- ...235 KB (2,385 words) - 13:39, 17 April 2020
- <td>98 सुरेन्द्रकीर्ति</td> <td>98</td> ...645 KB (29,383 words) - 14:40, 27 November 2023
- ...544 KB (154 words) - 16:35, 2 July 2021